कोहली के करियर का बुरा दौर, IPL के 10 साल में विराट का औसत सबसे खराब

इस बार हो रहे IPL मैच में कोहली के फैन्स ने उनसे काफी उम्मीदे लगा रखी थी मगर किंग कोहली ने सबको निराश कर रखा है. इस बार कोहली अपने करियर के सबसे खराब दौर से गुजर रहे है. विराट का औसत पिछले 10 सालों में IPL में पहली बार 20 के एवरेज से नीचे गया है। उनका बल्ला है कि बोलने का नाम ही नहीं ले रहा। फैंस के चहेते कोहली इस सीजन सिर्फ 19.6 की एवरेज से खेल रहे हैं। सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच खेला गया मुकाबला पहली गेंद पर बड़े विकेट के साथ शुरू हुआ। स्पिनर जे सुचित की गेंद पर विराट कोहली बगैर खाता खोले आउट हो गए। सीजन में तीसरी बार ऐसा हुआ, जब विराट बगैर कोई रन बनाए पवेलियन की ओर चलते बने। इसी के साथ करोड़ों फैंस का दिल टूट गया।

IPL 15 में वह 3 बार गोल्डन डक का शिकार हो चुके हैं,  यानी कि पहली ही गेंद पर आउट हो गए हैं। 3 साल बीत चुके लेकिन विराट के बल्ले से शतक नहीं निकला। ऐसा नहीं है कि इससे विराट की आक्रामकता कोई कम हुई है। CSK के खिलाफ हुए मुकाबले में जब धोनी का विकेट गिरा, तो कोहली का एग्रेसिव रिएक्शन सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।

दुनिया का कोई भी गेंदबाज़ करेगा नॉकआउट

जनता का कहना है की विराट के शॉट में पहले की तरह कॉन्फिडेंस नजर नहीं आ रहा है। कभी उनके बल्ले से निकला शॉट चौके की गारंटी होता था, अब वह आसान से कैच में तब्दील होता दिखाई दे रहा है। इस समय कोहली की जगह दिनेश कार्तिक जगह बनाते दिख रहे है, IPL में अच्छी पारी खेलने के साथ ही उन्होंने अपने फैन्स के दिल में भी जगह बना लिया है। जब दिनेश कार्तिक किसी मुकाबले को फिनिश करते हैं, तो विराट उसका पूरा लुत्फ उठाते हैं। बल्लेबाजी में वह जज्बा कहां गायब हो जाता है, यह फैंस को समझ नहीं आ रहा। अब तो ऐसा लगता है कि दुनिया का कोई भी गेंदबाज विराट को आसानी से नॉकआउट कर सकता है.

कोहली का अंदाज़ फिर आएगा वापस ?

विराट कोहली का खराब फॉर्म लगातार जारी है। हालांकि, उन्होंने इस सीजन गुजराट टाइटंस के खिलाफ 1 अर्धशतक जरूर लगाया, लेकिन उस दौरान भी वह लय में नजर नहीं आए। 53 गेंदों पर 58 रनों की पारी के बाद लगा था कि विराट शायद फॉर्म में लौट सकते हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

विराट ने जब टीम की कप्तानी छोड़ी थी, तब लगा था कि कोहली इस सीजन बल्ले से कहर बरपा देंगे। कप्तानी के दबाव से मुक्त होकर वह अपना स्वाभाविक खेल खेलेंगे और गेंदबाजों पर हावी रहेंगे। इसका ठीक उल्टा देखने को मिल रहा है।

लेकिन वहीं देखा जाए तो इंडियन टीम के बैटिंग कोच के रूप में अपनी सेवा दे चुके संजय बांगर सिचुएशन को हैंडल करने का प्रयास कर रहे हैं। कोहली की खराब पारी के बाद बैटिंग कोच संजय विराट के साथ माहौल को हल्का करने का प्रयास कर रहे हैं। ताकि विराट पर इस नाकामी का अधिक मानसिक दबाव ना पड़े।

बांगर जानते हैं कि किंग कोहली आज भी टीम के सबसे बड़े मैच विनर हैं और अगर RCB को अपनी पहली IPL ट्रॉफी जीतनी है, तो विराट का बड़ा स्कोर करना हर हाल में जरूरी होगा। दुनिया जानती है कि विराट में टेलेंट की कोई कमी नहीं है। समस्या प्रतिभा को मुकाबले के दौरान इस्तेमाल करने में आ रही है। बेंगलुरु का कोचिंग स्टाफ जितनी जल्दी विराट की समस्या पर काम करेगा, टीम को आगे के मुकाबलों में उतना ज्यादा लाभ मिलेगा।

(By: ABHINAV SHUKLA)

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