नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। महज 14 साल की उम्र में उसने बांग्लादेश में लूट की वारदात को अंजाम दे डाला। पुलिस केस दर्ज करती है और आरोपी लड़के को दबोचने के लिए ऑपरेशन शुरू कर देती है। तभी शातिर लड़के ने ढाका में एक और लूट की घटना को अंजाम देता है और चाकू से कारोबारी का मर्डर कर देता है। फिर क्या था सिरफिरे के पीछे पुलिस हाथ धोकर पीछे पड़ जाती है। पुलिस से बचने के लिए खूंखार विलेन भारत आ जाता है। धर्म छिपाता है। लिंग परिवर्तन कर किन्नर बन जाता है। शातिर बांग्लादेश के नागरिक ने अपना ठिकाना मुम्बई को बनाता है और महज कुछ सालों के बाद वह किन्नर ज्योति मां बनकर बनकर अपने भक्तों को चौबीसों घंटे आशीर्वाद दे लगता है। लोग ज्योति मां को देवी का स्वरूप मानकर उसके दर पर सिर झुकाते और मन्नत मांगते। ज्योति मां किन्नर का प्रभाव इस बात से लगाया जा सकता है कि इसके दरबार में कई स्थानीय नेता भी हाजिरी दिया करते थे। अब ये 44 साल की किन्नर ज्योति मां पुलिस के शिकंजे में है। उसे शिवाजी पुलिस ने दबोच लिया है।
शिवाजी नगर पुलिस के मुताबिक, इस कथित ज्योति मां के खिलाफ अपहरण, मारपीट और अन्य गंभीर आरोप में कई केस दर्ज हैं। इतना ही नहीं, यह किन्नर भारतीय नहीं बल्कि बांग्लादेशी नागरिक हैं, जो अवैध रूप से नाम और पहचान बदलकर पिछले 30 सालों से भारत में रह रहा था। पुलिस के मुताबिक बांग्लादेशी किन्नर ज्योति मां उर्फ बाबू आयनल खान 14 साल की उम्र में अवैध रूप से भारत आया था। यहां इसने अपनी असली पहचान छिपाकर मुस्लिम बहुल इलाकों में रहा और फिर मौका देखकर गोवंडी में अड्डा जमा लिया। स्थानीय पुलिस ने बताया कि बाबू आयनल खान उर्फ ज्योति मां ने इन वर्षों में किन्नरों का बड़ा नेटवर्क खड़ा किया, जिनमें उसके 200 से अधिक किन्नर चेले हैं। ज्योति किन्नर और उसके चेले ट्रेन, बस और रईस इलाकों में रहने वाले लोगों का शिकार किया करते थे। ट्रेन के अंदर कई वारदातों को ज्योति के चेलों ने अंजाम दिया। पुलिस की मानें तो ज्योति ने पूरे नेटवर्क को खडा किया। खुद भगवा चोला ओड़ लिया और अपनी ऑलीशान कोठी में बैठकर नकली हिजड़ों के जरिए वारदातों को अंजाम दिलवाया करती।
पुलिस की जांच में पता चला है कि इसके मुंबई और उपनगरों में इसके नाम से 20 से अधिक घर और अन्य संपत्तियां हैं। ट्रेनों, हाईवे, घरों और अन्य जगहों किन्नरों के खिलाफ दर्ज होने वाले अधिकतर घटनाओं में इसके ही चेले लोगों का हाथ है। इनमें से अधिकतर किन्नर नकली हैं। पुलिस अब इस गिरोह और इसके अवैध संपत्ति और नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि ज्योति मां के पास करोड़ों रुपये की संपत्ति मौजूद है। शिवाजी नगर पुलिस से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि इन दिनों अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी लोगों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में पिछले दिनों आठ बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी गोवंडी इलाके से हुई थी। इनमें से कुछ किन्नर भी थे। इनसे हुई कड़ी पूछताछ के बाद पुलिस को ज्योति मां उर्फ बाबू आयनल खान के बारे में जानकारी मिली, जिसके बाद खान को गिरफ्तार किया गया। जांच में यह भी सामने आया है कि ज्योति मां बांग्लादेशी लोगों को मुंबई में बसाने में मदद किया करती थी। क्योंकि, पुलिस ने जब इसके दस्तावेजों की जांच की तो इसका जन्म प्रमाणपत्र, आधार और पैन कार्ड सभी फर्जी पाए गए।
पुलिस के मुताबिक इसके गिरोह के किन्नर शिवाजी नगर, गोवंडी, रफीक नगर, कुर्ला, देवनार, नारपोली और ट्रॉम्बे क्षेत्रों में सक्रिय हैं, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि ये सभी फर्जी दस्तावेज पर यहां रह रहे हैं। इन अवैध बांग्लादेशी लोगों की धड़ पकड़ जारी है। बहरहाल, शिवाजी नगर पुलिस ने ज्योति मां उर्फ बाबू आयनल खान को स्थानीय कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। फिलहाल पुलिस किन्नर ज्योति के अन्य चेलों की तालाश में ऑपरेशन चलाए हुए है। पुलिस की मानें तो ज्योति ने बांग्लादेश के कई नागरिकों को भारत के अंदर दाखिल करवाया। उन्हें भी फर्जी किन्नर बना दिया। पुलिस की मानें तो ज्योति के साथ करीब तीन दर्जन किन्नर हर वक्त रहते थे। ज्योति लग्जरी कारों पर चलती थी। उसके चेले हर वक्त सुरक्षा में तैनात रहते थे। अब पुलिस गैंग्स ऑफ नकली किन्नर के खात्में को लेकर दिनरात एक किए हुए है।