
सूत्रों के मुताबिक, BCCI और चयन समिति ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि युवा खिलाड़ियों के लिए एक समान चयन प्रक्रिया बनी रहे और वरिष्ठ खिलाड़ियों को भी घरेलू क्रिकेट से जोड़कर रखा जा सके।
BCCI के एक अधिकारी ने कहा, “जो भी खिलाड़ी भारत की वनडे टीम में जगह बनाना या बनाए रखना चाहता है, उसे घरेलू प्रदर्शन से अपनी फिटनेस और फॉर्म साबित करनी होगी — चाहे वह कितना भी बड़ा नाम क्यों न हो।”
विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों इस वक्त टीम इंडिया के सबसे अनुभवी बल्लेबाज हैं, लेकिन पिछले कुछ महीनों से उन्होंने बहुत कम घरेलू क्रिकेट खेला है। अब BCCI चाहता है कि दोनों खिलाड़ी विजय हजारे ट्रॉफी में अपने-अपने राज्यों (दिल्ली और मुंबई) से खेलें ताकि युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिले।
इस फैसले को बोर्ड के “नो एक्सेप्शन पॉलिसी” की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है, जहां सभी खिलाड़ियों से समान मानकों पर प्रदर्शन की उम्मीद की जाएगी।