इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी पर मुस्लिम पक्ष की याचिका को खारिज करते हुए एएसआई सर्वे पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है, जिसे लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि ज्ञानवापी के एएसआई सर्वे से पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्हे पूरी उम्मीद हैं कि राम मंदिर की तरह इस विवाद का भी निर्णय हो जाएगा।
केशव प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि, “मैं कोर्ट के फैसले का स्वागत करता हूं, एएसाई के सर्वे से सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। मुझे पूरी उम्मीद है कि ज्ञानवापी का जो विवाद है श्री राम जन्मभूमि की तरह इसका विवाद भी निर्णय होगा और शिवभक्तों की ममोकामना पूरी होगी। उन्होंने आगे कहा कि सर्वे के माध्यम से मुगल आक्रमणकारी जिन्होंने मंदिर का विध्वंस किया था और उसको छिपाया गया था, उसका सच बाहर आएगा। बाकि ये मामला माननीय न्यायालय के समक्ष है जो भी फैसला आएगा हम उसका स्वागत करेंगे।”
बता दें कि आज कोर्ट ने एएसआई सर्वे पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की याचिका को खारिज करते हुए परिसर के एएसाई सर्वे को हरी झंडी दिखा दी है। इसके साथ ही एएसआई सर्वे को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है। चीफ जस्टिस कोर्ट प्रीतिंकर दिवाकर की सिंगल बेंच ने ये फैसला सुनाते हुए मुस्लिम पक्ष की याचिका को खारिज कर दिया है।
गौरतलब हो कि इससे पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी ज्ञानवापी को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर इसे मस्जिद कहा जाएगा तो विवाद होगा. वहां की दीवारें चीख-चीखकर सबूत दे रही है। वहां त्रिशूल कहां से आया, उसे हमने तो नहीं रखा है। वहीं उन्होंने मुस्लिम पक्ष से इसे एतिहासिक भूल मानकर सुधार का प्रस्ताव देने की बात तक की थी।