Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 427

Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 428
पिता ने 44 दिन तक नमक में रखा बेटी का शव, कहा- "रेप हुआ था, पोस्टमार्टम करो"

पिता ने 44 दिन तक नमक में रखा बेटी का शव, कहा- “रेप हुआ था, पोस्टमार्टम करो”

महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में एक पिता ने अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के इंतजार में उसके शव को 44 दिनों तक नमक से भरे गड्ढे में संभाल कर रखा है. यह घटना दिल दहलाने वाली है. एक 27 साल की महिला का गैंगरेप होता है. वह महिला अपने साथ हो रहे इस क्रूर हादसे के दौरान ही किसी तरह अपने रिश्तेदारों से फोन पर संपर्क भी कर पाती है और बताती है कि अब ये लोग उसे मार देंगे. फिर पिता को सूचना मिलती है कि उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है.

पिता को बताया जाता है कि उनकी बेटी का शव पड़ोस के वावी गांव में एक आम के पेड़ से लटका हुआ पाया गया है. परिवार वाले भाग कर घटनास्थल पर पहुंचते हैं तो वहां शव नहीं पाया जाता. सबूत मिटा दिए गए होते हैं. फिर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आती है कि पीड़िता ने आत्महत्या की. परिवार वालों का आरोप है कि जब उन्होंने डॉक्टर से संपर्क किया तो डॉक्टर ने परिवार वालों को बताया कि उन्हें पुलिस ने सिर्फ यही जांच करने को कहा है कि शरीर में कोई चोट के निशान तो नहीं. रेप किए जाने की जांच करने को उन्हें कहा ही नहीं गया है.

गैंगरेप की पीड़िता बेटी को मिले इंसाफ, इसके लिए हर हद तक गुजर गया बूढ़ा बाप

पिता की बेटी दुनिया से चली गई थी, मरने के बाद भी उसे इंसाफ नहीं मिल रहा था. पिता ने इंसाफ दिलाने की ठान ली और शव को नमक के गड्ढे में संभाल कर रखा. पिता को यह भरोसा था कि उनकी मांग आखिर सुनी जाएगी और फिर से जांच की सारी फाइलें खुलवाई जाएंगी. हुआ भी यही, पिता की लड़ाई काम आई सांसद हिना गवली और एसपी ने पूरे मामले की फिर से जांच का आदेश दे दिया है. एक बार फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है.

एक दिल दहला देने वाली वारदात, आखिर आरोपी अब पहुंचे हवालात

आरोपियों को पकड़ लिया गया है. आरोपियों के नाम रंजीत ठाकरे (उम्र 19), सुनील उर्फ हाना वलवी (उम्र 21), अमर उर्फ गोटू वलवी (उम्र 18) हैं. नई ऑटोप्सी रिपोर्ट आने का इंतजार है. लेकिन परिवार को अब भरोसा नहीं रह गया है. परिवार दूसरे जिले में केस को ट्रांसफर करने की मांग कर रहा है. धदगांव तालुका की पुलिस की भूमिका इस पूरे मामले में संदिग्ध रही है. मरने से पहले पीड़िता की फोन पर की गई अपने रिश्तेदारों के साथ बातचीत तक को पुलिस ने नहीं सुना और आत्महत्या का केस बना दिया.

चार दरिंदों ने मिलकर रेप किया, फिर पेड़ से लटका दिया!

पीड़िता एक शादीशुदा आदिवासी महिला है. वह अपने पति से अलग होने के बाद नंदूरबार जिले के धदगांव तालुका में अपने पिता के साथ रह रही थी. पीड़िता के परिवार का आरोप है कि रंजीत ठाकरे ने पड़ोस के वावी गांव के अपने एक सहयोगी के साथ पीड़िता को जबर्दस्ती मोटरसाइकिल में बैठा लिया. थोड़ी ही दूर में दो और लोग शामिल हो गए. इसके बाद पीड़िता को गांव से 20-30 किलोमीटर दूर ले जाया गया और एक सुनसान इलाके में गैंगरेप किया गया. पीड़िता ने मौका देखकर अपने फोन से अपने घरवालों से संपर्क किया और कहा कि अब उसे जिंदा नहीं छोड़ा जाएगा.

‘मेरी बेटी ने आत्महत्या नहीं की, उसे दरिंदों ने रेप कर मार डाला’

पिता को इसके बाद उनकी बेटी की मौत की सूचना मिली. पिता ने धदगांव पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को गैंगरेप के बाद मारा गया है, जबकि पुलिस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रही है. यही वजह है कि उन्होंने अपनी बेटी का शव 1 अगस्त से नमक के गड्ढे में संभाल कर रखा है.

Exit mobile version