जम्मू के श्रीनगर में तैनात गोंडा के लाल अजय प्रताप सिंह लाल शहीद हो गया, जिसके बाद शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। अब उनका पार्थिव शारीर उनके पैतृक गांव चुका है। गांव में कल से ही शहीद की शहादत की सूचना मिलने से परिवार व गांव में सन्नाटा पसर गया है। गांव के हर व्यक्ति ने शहीद लाल को देखने के लिए कल दिन से ही रास्ता निहारने में लगा था। देर शाम शहीद का शव उनके गांव पूरे राष्ट्रीय समान के साथ पहुंचा।
शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल होने दूर-दराज से आए लोग
जहां रात में ही हज़ारों की संख्या में गांव व क्षेत्रवासी शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचे थे।जैसे ही सुबह हुई दूर दराज व पूरे गोंडा व गोंडा से सटे जनपदों के कुछ हिस्सों के लोग भी शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। लोग अंतिम यात्रा में शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
शहीद की 3 साल की बेटी है
गोंडा जिले के कर्नलगंज तहसील के गांव छीटवापुर निवासी कर्नलगंज के पूर्व विधायक स्वर्गीय भगेलू सिंह के पौत्र अजय प्रताप सिंह जम्मू के श्रीनगर में सीआरपीएफ पोस्ट पर तैनात थे। देश की सुरक्षा के लिए आतंकियों से लोहा लेते हुए गोंडा का लाल वहां शहीद हो गया। अजय प्रताप सिंह तीन सगे भाई हैं। अजय सीआरपीएफ में तो दो भाई भारतीय सेना में तैनात हैं।
बड़े भाई अखिलेश प्रताप सिंह जम्मू कश्मीर में सेना में तैनात हैं। वही दूसरे नंबर पर अजय प्रताप सिंह सीआरपीएफ पोस्ट श्रीनगर में तैनात थे। सबसे छोटा भाई अखिलेंद्र प्रताप सिंह भी आर्मी में है। जो वर्तमान समय में अमरनाथ यात्रा में तैनात हैं।शहीद अजय प्रताप सिंह के एक 3 साल और एक 8 माह की बेटी है। इन मासूम बच्चियों के सर से पिता का साया उठ गया है। लेकिन अभी बच्चियों को नहीं मालूम है कि उनके पिता देश की सेवा करते इस दुनिया से हमेशा के लिए चले गए।