यूपी के झांसी से बड़ी खबर सामने आई है। जहां सपा पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के हेलिकॉप्टर को उतारने की परमिशन नहीं दी गई। बता दें कि सपा ने पुलिस लाइन में हेलिकॉप्टर को उतारने के लिए अनुमति मांगी थी। लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। झांसी के एसएसपी ने बताया कि प्रशासन ने सपा प्रमुख के हेलिकॉप्टर को झांसी में उतरने की परमिशन नहीं दी।
इस वजह से अनुमति नहीं दी- SSP
उन्होंने बताया कि “कल ही हमारे पास पत्र आया और अचानक ही हमसे इसके लिए पूछा गया जबकि उनको अनुमति लेनी थी। वहीं उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन में काम चल रहा है इस वजह से अनुमति नहीं दी जा रही है। बता दें कि अखिलेश यादव सपा के पूर्व विधायक से जेल में मिलने के लिए आ रहे थे।”
आपको बता दें कि सपा के पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव जेल में बंद हैं। इस वजह से सपा प्रमुख अखिलेश यादव पार्टी के पूर्व विधायक से जेल में मिलने के लिए झांसी आ रहे थे। इसके लिए उन्होंने पुलिस लाइन से परमिशन मांगी तो प्रशासन ने हेलिकॉप्टर उतारने की अनुमति दी।
करीब 1.30 अरब की संपत्ति कुर्क
सपा विधायक के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। उस समय उनकी अपराध से अर्जित सम्पत्ति को भी कुर्क किया गया था। कुर्क की कार्रवाई करगुवांजी व भगवंतपुरा में जमीन पर हुई थी। इस समय पूर्व विधायक कुख्यात अपराधी लेखराज यादव को छुड़ाने के आरोप सलाखों के पीछे हैं। तब जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर उनकी विधायक की करीब 1.30 अरब की संपत्ति कुर्क की गई थी।
वहीं इससे पहले अखिलेश यादव सोमवार को कानपुर गए थे। तब उन्होंने कानपुर जेल में बंद पार्टी विधायक इरफान सोलंकी से मुलाकात की थी। इरफान सोलंकी महिला का घर जलाने और बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय नागरीक होने का प्रमाण पत्र देने के आरोप में जेल में बंद हैं।