उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जिलाधिकारी ने अवैध तेजाब बिक्री धारको पर लगाम लगाते हुए शहर के व्यापारियों से तेजाब बिक्री करने के लिए लाइसेंस बनवाने की, अपील की है।
उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा अवैध कारोबार पर लगाम लगाने हेतु लगातार जिले के अधिकारियों को आदेश दिए जा रहे हैं। जिसको लेकर सभी जिलाअधिकारी अपने अपने जिले में अवैध कारोबारियों की सूची तैयार कर उन पर कार्रवाई करते नजर आ रहे हैं। एवं जिलाअधिकारी के द्वारा व्यापारियों को कारोबार संबंधित नियमावली समझा कर लाइसेंस बनवाने की भी अपील की जा रही है।
अलीगढ़ शहर ताले और तालीम के लिए अपनी पहचान पूरे विश्व में बनाया हुआ है। यहां से पूरे विश्व में ताला एवं हार्डवेयर का व्यापार किया जाता है। शहर में अनेकों जगह हार्डवेयर एवं ताले की हजारों छोटी-छोटी फैक्ट्रियां मौजूद है। जिसकी वजह से लाखों लोगों के परिवार का पालन पोषण होता है। ताला एवं हार्डवेयर फैक्ट्रियों में साफ सफाई के लिए तेजाब का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें विभिन्न प्रकार के मेटल के अनुसार तेज़ाब प्रयोग में लाया जाता है। फैक्ट्रियों में तेजाब इस्तेमाल होने की वजह से बहुत से व्यापारी अवैध तेजाब का कारोबार भी करते नजर आते हैं। यदि तेजाब से किसी के साथ अनहोनी हो जाए तो तेजाब की बिक्री कहां से की गई है। इसका पता चल पाना मुश्किल हो जाता है।
किसी भी अनहोनी एवं सरकार के राजस्व को बढ़ाने के उद्देश्य से अलीगढ़ जिला अधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने अवैध तेजाब कारोबारियों को तेजाब बिक्री पर लगाम लगाते हुए तेजाब बिक्री लाइसेंस बनवाने की नियमावली को समझाते हुए लाइसेंस बनवाने की अपील की है।

जिलाधिकारी ने साफ तौर पर कहां है की लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया बहुत ही आसान है। हमने सिटी मजिस्ट्रेट को नोडल अधिकारी के तौर पर लाइसेंस बनाने के लिए नियुक्त किया हुआ है। हम शहर के सभी तेजाब व्यापारियों से आग्रह करते हैं कि वह लाइसेंस बनवाने के बाद ही तेजाब बिक्री करें, यदि शहर में कोई भी व्यापारी बिना लाइसेंस के तेजाब बिक्री करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।