अमेठी के आरिफ और सारस की दोस्ती अमेठी के गलियारों से होकर लखनऊ के राजनीतिक गलियारों तक पहुंची और कुछ दिनों तक सारस पर सियासत भी होती रही, यहां तक कि अमेठी में आरिफ के घर मडखा गांव में सारस को देखने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी आये थे और सारस के सहारे सियासत भी किया था। लेकिन आज सारस को लेकर एक नया मोड़ आ गया है। आरिफ के गांव के बगल के ग्रामीणों ने आरिफ को झूठा बताते हुए कहा कि सारस बालपन से मेरे गांव में रहता था जब वह घायल हुआ था तो मेरे गांव के ही विनय सिंह ने उसका इलाज सरकारी डॉक्टर से करवाया था।आरिफ झूठी लोकप्रियता पाने के लिए सारस को अपना बताते हैं।
यह पूरा मामला जामो ब्लाक के मंड़खा जोधनपुर गांव से जुडा हुआ है जहां के रहने वाले आरिफ का सारस के साथ दोस्ती चर्चा की विषय बनी हुई है। दोनों का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होता रहा। जिसमें आरिफ बाइक पर तो सारस हवा में उड़ते हुए दिखाई देते है। वहीं आरिफ के गांव के कुछ दूर स्थित भीखीपुर और रामगढ़ी गांव के लोगों ने कुछ पुराने वीडियो और फोटो सारस के साथ जुगलबंदी करते हुए दिखाकर आरिफ को झूठा बताते हुए कहा कि सारस बालेपन से हमारे गांव में आया था और हम लोगों के साथ घुल-मिल कर खेला करता था और हम सब लोग सारस को खाना खिलाया करते थे।
आरिफ द्वारा घायल सारस का इलाज कराने का दावा झूठा
बता दें एक बार सारस घायल हो गया था उसके पैर में चोट लगी थी तो हमारे गांव के विनय सिंह ने सरकारी पशु डॉक्टर से इलाज कराया था। आरिफ द्वारा घायल सारस का इलाज कराने के दावा झूठा बताया। अभी कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की आरिफ के घर आये थे और अखिलेश यादव आरिफ और सारस की दोस्ती को सराहा था। जिसके कुछ दिन बाद आरिफ के घर वन विभाग की टीम पहुचती है और सारस को अपने साथ पंक्षी विहार को ले जाती है जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल होती है और आरिफ अखिलेश यादव के साथ लखनऊ में नजर आते हैं और अखिलेश यादव प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार पर जमकर हमला बोलते हैं।
वहीं आरिफ के गांव से कुछ दूर पर ही स्थित भीखीपुर और रामगढ़ी के लोग कुछ पुराने वीडियो और फोटो लेकर सामने आते हैं और दावा करते हैं की सारस पहले उनके गांव में रहता था। इतना ही नहीं गांव वाले दावा करते हैं कि सारस की घायल अवस्था में आरिफ नहीं बल्कि रामगढ़ी के विनय सिंह ने सरकारी डॉक्टर से इलाज कराया था। दर्जनों लोग अपनी और अपने परिवार के साथ सारस के जुगलबंदी का फोटो वीडियो दिखाते है जामो क्षेत्र से पूर्व जिला पंचायत सदस्य जनप्रतिनिधि संग्राम सिंह का भी एक वीडियो सारस को दाना चुनाते हुए निकल कर सामने आता है उनका कहना है कि सारस रामगढ़ी में रहता था वहीं पर 2 साल पहले सारस को दाना चुनाया था जिसका विडियो मौजूद हैं।
सारस के पुराने फोटो-वीडियो आए सामने
रामगढ़ी के विनय सिंह और उनके भाई लालचंद्र प्रताप व उमेन्द्र प्रताप और भीखीपुर के उमेश बौरासी व आदेश सिंह व रजनीश ने सारस के साथ कुछ पुराने फोटो और वीडियो दिखाते हुए कहा कि सारस हमारे गांव का है और हमने उसका डाक्टर से इलाज कराया था और सारस मेरे गांव में रहता था वह मनुष्यो के बीच में ही रहता था आरिफ के पास जो सारस था वह हमारे गांव का ही है आरिफ झूठ बोलते हैं। सारस का इलाज विनय सिंह ने सरकारी डॉक्टर से कराया था। सारस का इलाज करने वाले डॉक्टर ने बताया कि सारस का इलाज उनके द्वारा किया गया था और सारस को घायल अवस्था में लेकर रामगढ़ी के विनय सिंह आए थे। ग्रामीणों ने आरिफ के द्वारा सारस की दवा कराने की कहानी की पोल खोल दिया।