श्रद्धा मर्डर केस के बाद हर किसी के दिल में बदले की आग दहक रही है। लोग उस हैवान को अपने हाथों से सजा देना चाहते हैं। जिसने बड़ी बेरहमी से एक बेटी के 36 टुकड़े कर दिए। इसी कड़ी में लोगों ने दिल्ली में आफताब की वैन पर हमला कर दिया। दरअसल आफताब एफएसएल कार्यालय के बाहर वैन में बैठकर जा रहा था तभी करीब 15 लोगों ने उसकी गाड़ी पर हमला कर दिया। लोग वैन के बाहर तलवारें लेकर खड़े थे। हमलावरों की वैन से हथौड़े और 4-5 तलवारें मिली बरामद हुई हैं।
पूरी प्लानिंग के साथ आए थे हमलावर
वहीं हमलावरों ने कहना है कि अगर कोई ऐसा करेगा तो हम उसे बख्शेंगे नहीं। बता दें कि आफताब को अमीन पूनावाला पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) लाया गया था। जहां कुछ लोगों ने उसपर तलवारों से हमला करने की कोशिश की।
इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि लोग उसकी वैन के पीछे तलवारें लेकर दौड़े रहे हैं और उसे बाहर उतारने की कोशिश में थे। वह पूरी प्लानिंग से हथियारों के साथ आए थे।
आफताब की सुरक्षा में पुलिस ने तानी गन
आफताब पुलिस कस्टडी में है इसलिए उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की है। इसलिए ऐसे में जब आफताब पर हमला हुआ तो पुलिस को भी उसके बचाव के लिए सरकारी गन निकालनी पड़ी। फिलहाल पुलिस इन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस पूछताछ में हमलावर ने बताया है कि वो सुबह 11 बजे से ही आफताब को मारने की फिराक में बैठे थे। वे 15 लोग थे। वह आफताब के 70 टुकड़े करना चाहते थे।
3rd बटालियन कितनी सुरक्षित
गौरतलब है कि कैदियों को FSL ले जाने का जिम्मा दिल्ली पुलिस की 3rd बटालियन को सौंपा जाता है। वहीं ने बताया कि आफताब के साथ जेल वैन में सब इंस्पेक्टर सहित 5 पुलिसकर्मी थे। दो पुलिसकर्मी पास बड़े और दो के पास छोटे हथियार थे। वहीं डीसीपी 3rd बटालियन के अनुसार जेल वैन बेहद सुरक्षित होती है। दिल्ली पुलिस ने साहस और सूझबूझ से आफताब की गाड़ी को बाहर निकाल लिया।
‘यह कार्यकर्ताओं की निजी भावना है’
वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने आफताब पर हमले की कोशिश की है। जिसके बाद हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्त ने सफाई देते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं ने जो कुछ किया वह उनकी निजी भावना है। क्योंकि पूरा देश ने देखा है कि कैसे आफताब ने एक हिंदू लड़की के 36 टुकड़े किए। संस्था ऐसे किसी काम का समर्थन नहीं करती जो भारत के संविधान और भारत के कानून के खिलाफ हो।
कोर्ट ने आफताब के नार्को टेस्ट से पहले पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए पुलिस को इजाजत दी थी। इस कड़ी में आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट मंगलवार को शुरू हुआ था। लेकिन आफताब की तबीयत बिगडने की वजह से टेस्ट को बीच में रोकना पड़ा। आफताब ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान कई सवालों के चौंकाने वाले जवाब दिए। साथ ही उसकी बॉडीलैंग्वेज देख कर भी एक्सपर्ट्स हैरान थे।