अतीक ने प्रयागराज में अपना खौफ बनाए रखने के लिए उमेशपाल हत्याकांड को अंजाम दिया। अतीक नहीं चाहता था कि उसके जेल जाने से अतीक के खौंफ का भी अंत हो जाए। बता दें कि माफिया डॉन अतीक अहमद पुलिस की पूछताछ में यह कबूल कर लिया है कि उमेशपाल को मारने की पूरी प्लानिंग उसी की थी। अतीक ने बताया कि उमेश पाल के अपहरण का केस आख़िरी स्टेज में पहुंच चुका था और वह जिस तरह खुलेआम हमारे खिलाफ बोल रहा था उससे गलत मैसेज जा रहा था। इसलिए हमने तय किया कि अगर उमेश को दिन-दहाड़े नहीं मारा गया तो फिर हमारे नाम का खौंफ खत्म हो जाएगा। इसलिए हमने यह फैसला लिया।
हांं मैंने रचि थी उमेशपाल हत्याकांड की साजिश- अतीक
अतीक ने बताया कि उमेश को उसके घर के बाहर दोनों पुलिसवालों के साथ मारने की पूरी योजना मेरी थी। मैं चाहता था कि प्रयागराज के लोग ये जान जाएं कि अतीक चकिया अभी जिंदा है। अतीक ने बताया कि उसी के कहने पर असद भी इस शुटआउट में शामिल हुआ। अशरफ ने शूटरों का अंतजाम किया और बरेली जेल में उनसे मिला।
बता दें कि इस मामले के लेकर अतीक और अशरफ को 4 दिनों की पुलिस रिमांड दी गई है। पुलिस इस मामले में दोनों से पूछताछ कर रही है। इससे पहले कल माफिया अतीक अहमद ने उमेश पाल हत्याकांड मामले में विवेचकों को दिए बयान में पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई और अतंकी संगठन लशकर-ए-तैयबा से संबंध होने की बात कबूल की थी। अतीक ने बयान में कहा, मेरे पास हथियारों की कोई कमी नहीं है क्योंकि मेरे सीधे संबंध पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से हैं। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पंजाब की सीमा में हथियार गिराए जाते हैं जिनको लोकल कनेक्शन इकट्ठा कर लेता है और उन्हीं खेपों से जम्मू कश्मीर के दहशतगर्दों को भी हथियार मिलते हैं।