Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 427

Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 428
उमेश पाल हत्याकांड ने छिना अतीक का चैन, जेल में बेंटो पर 24 घंटे पैनीं नज़र

उमेश पाल हत्याकांड ने छिना अतीक का चैन, जेल में बेंटो पर 24 घंटे पैनीं नज़र, परिवार वालों के लिए भी बढ़ी मुश्किले

प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक अहमद के परिवार वोलों की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। यूपी के जेलों में बंद अतीक अहमद के परिवार पर शिकंजा लगातार कसता नजर आ रहा है। बता दें कि प्रयागराज की नैनी जेल में बंद अतीक के बेटे अली एहमद को भी हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है जहां उसे किसी से भी मिलने की इजाजत नहीं होगी।

बता दें कि अली के बैरक की सीसीटीवी फीड डीजी जेल के कंट्रोल रूम को भेजी जा रही है। वहीं लखनऊ जेल में बंद अतीक के दूसरे बेटे उमर अहमद को भी बैरक में अकेला रखा गया है। उस पर भी 24 घंटे सीसीटीवी के जरिए निगरानी रखी जा रही है और किसी से भी मिलने पर पाबंदी लगा दी गई है। वहीं बरेली जेल में बंदी रक्षकों की मदद से अखरफ की हो रही गैरकानूनी मुलाकात के बाद अतीक के कुन्बे को सीसीटीवी की निगरानी में हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। वहीं बरेली जेल में बंद अशरफ को हाई सिक्योरिटी बैरक में भेजा गया है। जहां पर उसे अकेला ही रखा गया। इतना ही नहीं अशरफ की किसी से मुलाकात पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगाई गई है। उस पर CCTV के जरिए 24 घंटे नजर रखी जा रही है।

उमेश पाल की हत्या ने अतीक का छीना चैन

राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की सरेआम हत्या की वारदात के बाद अतीक अहमद और उसके बेटों पर यूपी सरकार लगातार कानूनी शकंजा कस रही है। ऐसे में पुलिस भी लगातार अतीक के बेटे आरोपी असद कि तलाश में जुटी हुई है। वहीं कहा जा रहा है कि इस हत्याकांड की पटकथा अतीक ने जानबूझकर ऐसी लिखी ताकि उसके तीसरे बेटे असद की अपराध की काली दुनिया में ताजपोशी की जा सके।

उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटर 15 दिन बाद भी उत्तर प्रदेश पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस की टीमें 5 राज्य और 13 शहरों में खाक छान रही हैं, लेकिन शूटरों का पता नहीं चल रहा है।

Exit mobile version