उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सरयू नदी अपने उफान पर है। जहां बाढ़ ने सैकड़ों गांवों में तबाही मचा रखी है। हालात बिगड़ते देख प्रशासन अलर्ट हो गया है। उसने पीएसी को बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए भेज दिया गया है। जिसके बाद बाढ़ की चपेट में आए गांवों में फंसे ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। पीएसी के जवानों ने कमान संभाल रखी है। बाढ़ में फंसे सैकड़ों लोगों को निकाल कर ऊंचे सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। साथ ही बाढ़ के कारण कई रास्ते भी कट गए हैं। जिससे सैकड़ों गांवों से भी संपर्क भी टूट गए है। जिस तरह सरयू तांडव मचा रही है उससे देख कर लगता है कि हालात और बेकाबू होने के आसार हैं।
नदी खतरे के निशान से 70 सेंटीमीटर ऊपर
सरयू (घाघरा) नदी की बाढ़ से बाराबंकी जिले की रामनगर, रामसनेहीघाट और सिरौलीगौसपुर तहसील के सैकड़ों गांव बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। नेपाल के शारदा बैराज बनबसा से लाखों क्यूसेक पानी सरयू (घाघरा) नदी नदी में छोड़ा गया है। साथ ही लगातार हो रही बारिश के कारण भी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इससे सरयू नदी के जलस्तर ने विकराल रूप लिया है। नदी खतरे के निशान से लगभग 70 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।

बाढ़ का आलम इस प्रकार है
बाढ़ का आलम की बात करें तो रामनगर तहसील के हेतमापुर में मुख्य मार्ग कट चुका है। जिससे सैकड़ों गांवों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। पीएसी के जवान गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रखा है। जिसके चलते सैकड़ों परिवारों को सुरक्षित निकालने का अभियान जारी है। वहीं लोगों के घरों में पानी भर गया है। जिससे खाने और पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है। पानी लगभग 30 से 35 गांवों के लोग तटबंधों पर पहुंच गए हैं।
इन गांव से लोग पलायन को मजबूर
घाघरा नदी की बाढ़ से बाराबंकी की सिरौली गौसपुर तहसील क्षेत्र के सनावा, कहारनपुरवा, टेपरा, भयकपुरवा, विहड़, अलीनगर, सरायसुर्जन, भैरवकोल, गोबरहा, तेलवारी, इटहुआ, मनीरामपुरवा, मड़हापुरवा, सिरौलीगुंग, कोठीडीहा, सरदाहा, बबुरी, परसा, घुटरू, नव्वनपुरवा, मझारायपुर, परसवाल समेत 55 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इसके अलावा रामसनेहीघाट तहसील के बसंतपुर, उमराहरा, अतरसुइया, सेमरी, गौरीपुरवा, सूबेदारपुरवा, कलहंसपुरवा आदि गांव से पानी भर गया है।

वहीं रामनगर तहसील के सुंदरनगर, सरसंडा, उमराहरा, अतरसुइया, सेमरी, गौरीपुरवा, कोयलीपुरवा, हेतमापुर, उमराहरा, अतरसुइया, सेमरी, गौरीपुरवा, बलईपुरवा, लालपुरवा, बल्लोपुर, गायघाट आदि गांवों में पानी भर जाने से लोग पलायन को मजबूर हो गए हैं। वहीं नदी के उस पार बसे फजिलपुर, परसुरामपुर, जमका, खुज्जी, पूरनपुर गांव भी बाढ़ की चपेट में हैं। इसके अलावा तपेसिपाह, जैनपुरवा, सिसौंडा, नामेपुर सिरौली, खुर्दा, दुर्गापुर, सीताराम पुरवा, कोरिनपुरवा, मल्लहनपुरवा, परसादी पुरवा, लहाडरा, बुधईपुरवा, मड़ना, ऐमा, लोहटी जेई समेत कई गांव भी पानी से घिर हुए हैं।