पौधरोपण के नाम पर बड़ा खेल खेला गया। फाइलों में पौधे लगाकर बजट हजम कर लिया गया। जांच की गई सारी पोल खुल गई। दरअसल फतेहगंज पश्चिमी के जनक जागीर में पौधरोपण के नाम पर बड़ा घोटाला किया गया है। गांव में एक भी पौधा नहीं लगा और मनरेगा से पौधरोपण के नाम पर 6.50 लाख की रकम निकालकर हजम कर ली गई। जिसके बाद डीसी मनरेगा ने प्रधान-सचिव और तकनीकी सहायक को रिकवरी के आदेश जारी किए है।
फाइलों में 17461 स्थानों पर 9729 एकड़ में दिखाया पौधरोपण
बता दें कि पिछले साल जुलाई-अगस्त में सरकारी मशीनरी ने 43.31 लाख पौधे लगाने का दावा किया था। वहीं फाइलों में 17461 स्थानों पर 9729 एकड़ में पौधरोपण भी दिखाया गया था। अकेले ग्राम विकास विभाग ने करीब 21 लाख पौधे लगाने की रिपोर्ट शासन को सौंपी थी। हालांकि पौधरोपण को लेकर शुरू से ही सवाल उठ रहे थे। डीएम के कई बार रिपोर्ट मांगने पर भी वन विभाग अभी तक सत्यापन पूरा नहीं करा सका।
25 किसानों की जमीन पर पौधरोपण के लिए मनरेगा से निकाले 6.50 लाख
आपको बता दें कि पिछले महीने जनक जागीर गांव के लोगों ने सीडीओ से फर्जी पौधरोपण कर मनरेगा से बजट निकालने की शिकायत की थी। फाइलों के अनुसार 25 किसानों की जमीन पर पौधरोपण कराने के लिए 6.50 लाख की रकम निकाली गई। जिसके बाद डीसी मनरेगा ने मौके पर जाकर जांच की तो जांच टीम को पौधे तो छोड़िए पौधों के गड्ढे तक नहीं मिले। डीसी ने मामले को गंभीरता से लिया और ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और तकनीकी सहायक के खिलाफ 6.50 लाख की रिकवरी निकाल दी।
प्रधान, सचिव और तकनीकी से होगी 6.50 लाख की वसूली
इस बीच डिप्टी कमिश्नर मनरेगा गंगाराम ने बताया कि जनक जागीर गांव में पौधरोपण के नाम पर फर्जी जिओ टैगिंग करके रूपये हड़पे गए। फाइलों में फर्जी पौधरोपण दिखाया गया, लेकिन मौके पर पौधे नहीं पाए गए। जिसमें सरकारी मशीनरी ने गड़बड़ी की। ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और तकनीकी सहायक से 6.50 लाख की वसूली होगी।