बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा कांग्रेस पर जमकर निशान साधा..उन्होंने कहा कि आप सभी जानते हैं कि गुजरात दंगे में जिस प्रकार से गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को खराब करने…साथ ही उन्हें अपमानित करने की चेष्ठा उस समय की रूलिंग राजनीतिक पार्टी कांग्रेस ने की थी..और अब समय के साथ धीरे-धीरे सच्चाई सामने आ रही है..
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि तीस्ता सीतलवाड़ ने गुजरात सरकार को गिराने और पीएम मोदी को फंसाने के लिए जो कुछ भी किया..वह कांग्रेस के इशारे पर किया गया था..
30 लाख रुपए की पहली किश्त
इसी बीच संबित पात्रा ने जुबानी वार करते हुएयहा तक कहा कि 30 लाख रुपए की पहली किश्त दी, जो सोनिया गांधी जी ने तीस्ता सीतलवाड़ को दिए..और ये पैसे अहमद पटेल जी ने पहुंचाए थे..और ये तो सिर्फ पहली किश्त थी..
इसके बाद ना जाने कितने करोड़ों रुपए सोनिया गांधी जी ने नरेंद्र मोदी जी को बदनाम और अपमानित करने के लिए दिए.. उन्होंने कहा, इस पूरे खेल को अहमद पटेल ने अंजाम दिया था..दरअसल उस वक्त अहमद पटेल उस समय कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार थे..
उन्होंने कहा कि चोरी-चोरी, चुपके-चुपके रात के अंधेरे में ये सभी षड्यंत्रकारी संजीव भट्ट, तीस्ता सीतलवाड़, श्रीकुमार अहमद पटेल के घर पर मिले..उसके बाद कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं से मिले, सिर्फ इसलिए ताकि वो गुजरात की सरकार को गिरा सकें और नरेंद्र मोदी की छवि को खराब कर सकें..
सीतलवाड़ को 2002 में गुजरात सरकार को अस्थिर करने के लिए कांग्रेस फंड मिला था.. SIT ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सीतलवाड़ 2002 में गोधरा में ट्रेन जलने की घटना के तुरंत बाद गुजरात में निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के लिए एक बड़ी साजिश रच रही थीं..यही नहीं इसके लिए उन्हें प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दल के एक बड़े नेता से वित्तीय सहायता भी मिली थी..