कानपुर के बिधनू में अधेड़ फैक्टरी कर्मी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। बता दें की आरोपी ने धारदार हथियार से ताबड़तोड़ कई वार कर मौत के घाट उतारा। रविवार सुबह बिजली मीटर की रीडिंग लेने पहुंचे कर्मी से घटना की जानकारी हुई। सूचना पर फोरेंसिक टीम के साथ पहुंची पुलिस ने जांच शुरु की है।
जानिए क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक मूलरूप से हरदोई निवासी सुनील वर्मा पिछले करीब 18 वर्षो से दीनदयालपुरम केडीए कॉलोनी में रहता था। वो दादा नगर स्थित प्लॉस्टिक फैक्टरी में काम करता था। कोरोना से दो वर्ष पहले पत्नी विमला की मौत हो गई थी। इसके बाद से वह अकेले ही रहते थे। शनिवार शाम बर्रा निवासी भतीजा कृष्णा एक लड़की को लेकर कॉलोनी में गया हुआ था। चाचा सुनील के लौटने का इंतजार कर रहे भतीजे बाहर ही रुका रहा। रात करीब नौ बजे सुनी फैक्टरी से वापस लौटे थे, जिसके बाद कृष्णा लड़की के साथ कॉलोनी के अंदर गया।
सुनील रोज की तरह रात 11 बजे तक पड़ोसियों से बात करने के बाद कॉलोनी के अंदर गए। रविवार सुबह करीब छह बजे बिजली कर्मी मीटर रीडिंग लेने पहुंचा। बिल देने के लिए उसने दरवाजा खोला, तो देखा सामने के कमरे में जमीन पर सुनील का शव खून से लथपथ पड़ा था।
धारदार हथियार से किए गए कई वार
इस पर उसने पड़ोसियो काो जानकारी दी। फोरेंसिक जांच में सुनील के मुंह में कपड़ा ठूंसा हुा था। गले, चेहरे और पेट में धारदार हथियार के कई वार थे। शव के नजदीक एक स्टाल और महिला की चप्पलें पड़ी थी। पुलिस महीला की चप्पलें पड़ी होने से आशनाई के विरोध पर हत्या की आशंका जता रही है।
पुलिस ने खुलासे के लिए गठित की टीम
पुलिस भतीजे कृष्णा की तलाश में दो टीमें बनाकर दबिशें दे रही है। बिधनू थाना प्रभारी सतीश राठौर ने बताया कि भतीजे के लड़की के साथ मिलकर हत्या करने का अनुमान लगाया जा रहा है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। टीमों को खुलासे के लिए लगाया गया है।