सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस एक बार सुर्खियों में है। दरअसल पंजाबी सिंगर मूसा वाला हत्याकांड को लेकर बुलंदशहर के खुर्जा में एनआईए की टीम ने छापेमारी की है। इस दौरान उन्होंने असलहा सप्लायर कुर्बान के घर पर रेड की है। बता दें कि कुर्बान इंटरनेशनल अवैध असलहों को सौदागर कहना गलत नहीं होगा।
कोविड हुई थी कुर्बान की मौत
हालांकि साल 2020 में कोविड के चलते कुर्बान की मौत हो चुकी है। लेकिन अब मसला ये है कि उसकी मौत के बाद उसकी गैंग का संचालने कौन कर रहा है। एनआईए इसी का पता लगाने में जुटी है। 4 महीने पहले भी एनआईए की टीम ने खुर्जा में ही छापेमारी की थी। टीम ने उस वक्त कुर्बान अंसारी के बेटे नदीम के घर पर छापेमारी की थी।
मिली जानकारी के अनुसार पंजाबी सिंगर मूसावाला हत्याकांड में जिन हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। माना जा रहा है कि वो हथियारों भी खुर्जा से ही सप्लाई किए गए थे। एनआईए की टीम के हाथ कुछ दस्तावेज भी लगे है। फिलहाल खुर्जा में कुर्बान के भाई रिजवान के घर पर रेड चल रही है। इस दौरान एनआईए की टीम रिजवान से पूछताछ भी कर रही है।
ऐसे शुरू हुआ हथियारों का कारोबार
जानकारी के मुताबिक 12 साल पहले कुर्बान अंसारी ने सिरेमिक फैक्ट्री शुरू की थी। जिसमें उसके दोनों बेटे रेहान और नदीम अंसारी भी हाथ बंटाते थे और इसी फैक्ट्री की आड़ में कुर्बान और बेटे रेहान ने मिलकर हथियारों का काम शुरू किया। शुरुआत में ये लोग छोटे हथियार जैसे देशी कट्टा और रिवॉल्वर को दिल्ली NCR में सप्लाई करने लगे। इसके बाद इन्होंने धीरे-धीरे अपना नेटवर्क बढ़ा दिया। ये लोग बांग्लादेश और नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से विदेशी हथियार खरीदने लगे।
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद दोनों भाई सुर्खियों में आ गया है। जानकारी मिली है कि ये गैंग पिछले कई सालों में लॉरेंस गैंग को 100 से ज्यादा ऑटोमेटिक हथियारों की सप्लाई की है।
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