2020 का वो भयावाह मंजर अब तक लोगों के जहन से निकला भी नहीं था कि एक बार फिर वो मंजर लोगों को अब याद आने लगा है। जहां अस्पतालों में बेड के लिए लोग भटक रहें थे, इलाज के लिए तड़प रहे थे, न अपने लोगों को देख पा रहे थे और ना छू पा रहे थे। 2020 में किसी ने अपने मां को खोया तो किसी ने अपने पिता को, तो कोई अनाथ हो गया। लेकिन अब ये डर एक बार फिर सताने लगा है, कोरोना का कहर एक बार फिर पनप रहा है। अब जिस तरह से चीन समेत कुछ देशों में कोरोना के मामलों में उछाल को देखते हुए केंद्र सरकार ने भी ऐहतियाती कदम उठाए हैं।
प्रदेशभर में कोविड मरीजों की संख्या बढ़ने पर होगी जिनोम सीक्वेंसिंग
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थय मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा है कि वे कोविड के हर पॉजिटिव सैंपल को रोजाना आधार पर जीनोम जांच के लिए भेंजे है। वहीं इस जांच से ये पता लगाया जाएगा कि देश में कोविड वायरस का कोई नया रूप तो सामने नहीं आ रहा। अगर नया रूप मिलता है तो सरकार उसके हिसाब से तैयारी करेगी। केंद्रीय स्वास्थय मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को देश में कोरोना के हालात की समीक्षा करेंगे।
भारत में कोरोना के केस 100 के आसपास
अगर भारत में कोरोना के केस की बात की जाए तो आपको बता दें कि भारत में कोरोना के केस रोज 100 के आसपास ही जा रहे हैं। लेकिन चीन, जापान कोरिया, ब्राजिल में और अमेरिका में केस लगातार बढ़ता ही जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से कहा है कि खतरा अभी गया नहीं है। पिछले साल जून में जारी गाइडलाइंस के तहत सभी जरूरी उपाय अपनाएं। बता दें कि चीन में बढ़ते केस के देखते हुए अब स्वास्थय मंत्रालय के एक अफसर ने कहा है कि हवाईएड्डों और रेलवे स्टेशन पर लगातार निगरानी जारी है। लेकिन टेस्टिंग की स्पीड कम है। कोरोना के बढ़ते केसेस को देखते हुए हो सकता है दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे है।
वहीं देश के हवाईअड्डों पर नई गाइडलाइंस के लिए डीजीसीए को केंद्रिय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों का इंतजार है। देश में जब कोरोना फैला था तो 23 मार्च 2020 को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद कर दिया गया था। इसी साल 27 मार्च को फिर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू किया गया था।
चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण से हाहाकार
चीन में एक बार फिर कोरोना वायरस के संक्रमण से हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना के मामलों में तेजी की वजह है जीरो कोविड पॉलिसी में दी जाने वाली ढील। हालात ऐसे हो गए है कि अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों का सैलाब आ गया है। इतना ही नहीं मेडिकल स्टाफ भी संक्रमित हो रहा है। चीन में हालात अब बिगड़ने लग गए है, अस्पतालों में बेड की कमी होने लगी है। दवाई की दुकानों मे लंबी-लंबी कतारे लगी हुई हैं। बता दें कि अस्पतालों में मरीजों की संख्या में 95% तक इजाफा हुआ है। आलम यह हे कि कोविड मरीजों के लिए बेड और हेल्त वर्कर कम पड़ गए हैं। वहीं अमेरिकी साइंटिस्ट और महामारी विशेशज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने चेताया है कि 90 दिन में चीन की 60% आबादी यानी करीब 80 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं। करीब 10 लाख मौंते की अशंका है।