उत्तर प्रदेश का अमेठी कभी गांधी परिवार और कांग्रेस का गढ़ कहा जाता था, लेकिन आज अमेठी में कांग्रेस के हाल क्या से क्या हो गए देखते – देखते। इसका एक नाजारा उस समय देखनों को मिला जब मंच पर ही प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी की मौजूदगी में जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने खुलेआम इस्तीफा दे दिया। आपको बता दें कि यह मामला बीते बुधवार का है। वहीं कांग्रेस की अंदरूनी कलह अब खुलकर बाहर आने लगी है। सैकड़ो कार्यकर्ताओं के सामने कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के सामेन जमकर अपनी भड़ास निकाली और मंच पर ही अपना इस्तीफा सौंप दिया। कांग्रेस को कोई ऊपर नहीं ले जा सकता।
सैकड़ो नेताओं और कार्यकर्ताओं के सामने जिला अध्यक्ष के इस्तीफे से प्रदेश अध्यक्ष समेत कांग्रेसी नेता सकते में आ गए। किसी तरह से जिला अध्यक्ष को शांंत करवाया गया। मगर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने मंच से ही अपना दुख और कांग्रेस के हाल बया कर दिए। उन्होंने कहा कि, अगर ऐसे ही चलता रहा तो जिस कांग्रेस को आप लोगों ने यहां लाकर खड़ा कर दिया है, उसे ऊपर कोई नहीं ले जा सकता। हमारे अंदर सिर्फ एक दूसरे पर वार करने की आदत बनी हुई है। उन्होंने कहा कि अगर हमने अपनी आदतों में सुधार नहीं लाया तो कांग्रेस तो डूब रही है और क्या डुबाएंगे।
जानिए इस्तीफे में क्या लिखा है प्रदीप सिंघल ने
प्रदीप सिंघल ने अपने इस्तीफे में लिखा हे कि साल 2019 में प्रियंका गांधी ने उन्हें अमेठी का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया था। उन्होंने बीते तीन वर्षों में तन मन धन से पार्टी की सेवा की। हालांकी, पार्यी के कुछ निर्णयों की वजह से वह आहत हैं। जिसकी वजह से वह इस पद पर अब बने नहीं रहना चाहते हैं। वह एक कार्यकर्ता के रूप में कांग्रेस में बने रहेंगे। प्रदीप सिंघल ने इस्तीफे की प्रतिलिपि प्रियंका गांधी को भी भेजी है।
जिला अध्यक्ष पर खड़े किए सवाल
वहीं निकाय चुनाव की तैयारियां को लेकर प्रदेश अध्यक्ष अमेठी दौरे पर आए थे। इस दौरान केंद्रीय कार्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कुछ लोगों ने कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल पर सवाल खड़े किए। इससे प्रदीप सिंघल सकते में आ गए। उन्होंने मंच पर बोलते हुए पार्टी के लिए किए गए अपने एक-एक काम बताए। उन्होंने कहा कि पार्टी हित में इतने कार्य करने के बाद भी पीसीसी सदस्य बनाने में उनकी राय तक नहीं ली गई। इस दौरान उन्होंने जेब से अपना इस्तीफा निकाला और प्रदेश अध्यक्ष के सामने रख दिया।
आपको बता दें कि अमेठी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के सामने हुआ येहंगामा चर्चा का विषय बना हुआ है। निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव भी करीब है, लेकिन कांग्रेस नेताओं के आपसी विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहे है।