छत्तीसगढ़ में राजनंदगांव की मेयर हेमा देशमुख ने सोमवार को एक जन धर्मांतरण रैली में हिस्सा लिया जिसके बाद कांग्रेस फिर सवालों के घेरे में आ गई है। बता दें कि मेयर हेमा देशमुख का एक वीडियों वायरल हो रहा है, जिसमें लोगों को ‘बौद्ध धर्म अपनाने और हिंदू देवी-देवताओं में आस्था न रखने की प्रतीज्ञा’ लेते देखा जा सकता है।
वीडियों में लोग कहते है- मैं न तो गौरी , गणपति या हिंदु धर्म के किसी भी अन्य देवी- देवता का अनुसरण नहीं करूंगा और ना ही उनकी पूजा करूंगा। मैं कभी यकीन नहीं करूंगा कि भगवा ने अवतार लिया है। अब बीजेपी ने वीडियों पर नाराजगी जताते हुए इसे नफरत फैलाने की कोशिश करार दिया है।
महापौर हेमा देशमुख का कहना है कि वह एक राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन था जिसमें मैं विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थी। इस कार्यक्रम में बाबा साहब अंबेडकर के पोते भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में अचानक शपथ लेनी की बात तय हुई। हमे शपथ कार्यक्रम की जानकारी नहीं थी। उन्होंने जब भगवान के बारें में अपमानजनक और उलटी- सीधी बातें कही तो मैंने शपथ नहीं ली और तुरंत उस कार्यक्रम से चली गई। मैं हिंदू धर्म से जुड़ी हूं इसलिए मुझे अच्छा नहीं लगा कि भगवान का अपमान हुआ है।
वहीं अब देखने वाली बात होगी तकी ये मामला क्या नया रंग लेता है।