राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान से होते हुए हरियाणा पहुंच चुकी है। इस दौरान हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ नेता रमदीप सिंह सुरजेवाला और दिपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य में यात्रा का स्वागत किया।
राहुल को भेजी चिट्ठी में स्वास्थ्य मंत्री ने जानें क्या लिखा
वहीं इस बीच स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने अशोक गहलोत और राहुल गांधी को एक चिट्ठी लिखी है। जिसमें उन्होंने लिखा कि भारत जोड़ो यात्रा से कोरोना के प्रोटोकॉल टूट रहे हैं। दुनियाभर में कोरोना तेजी से फैल रहा है और ऐसे में प्रोटोकॉल का पालन न करना मुश्किलें बढ़ा सकता है। इसलिए आप सिर्फ वैक्सीन ले चुके लोगों को ही यात्रा में हिस्सा लेने दें। इसके अलावा यात्रा के दौरान मास्क और सैनेटाइजर का उपयोग किया जाए। आगे उन्होंने लिखा कि यात्रा में जुड़ने से पहले और बाद में सभी यात्रियों को आइसोलेट किया जाए। अगर ये सब संभव यात्रा के दौरान संभव नहीं है तो देशहित के लिए यात्रा को स्थगित किया जाए।
23 दिसंबर तक हरियाणा में रहेगी यात्रा
वहीं आपको बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा हरियाणा पहुंच चुकी है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ नेता रमदीप सिंह सुरजेवाला और दिपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य में यात्रा का स्वागत किया। यह यात्रा 23 दिसंबर तक हरियाणा में रहेगी। इस दौरान यात्रा राज्य के अलग-अलग इलाकों से गुजरते हुए जनमत जुटाने की कोशिश करेगी।
आपके नफरत के बाजार में प्यार की दुकान खोल रहा हूं- राहुल
इस यात्रा को दौरान हरियाणा के नूंह जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि देश में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई होना कोई नई बात नहीं है। ये लड़ाई तो हजारों सालों से चली आ रही है। वहीं राहुल राहुल ने बीजेपी पर निशान साधा और कहा कि यह लड़ाई भी दो विचारधाराओं के बीच की है। एस विचारधारा वो है जो चुनिंदा लोगों को ही फायदा पहुंचाती है। जबकि दूसरी किसानों और मजदूरों की आवाज उठाती है। इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी की भी एक अहम भूमिका है।
इस बीच बीजेपी नेताओं ने भी राहुल की पदयात्रा पर सवाल उठाए तो राहुल ने कहा कि वे पूछते हैं कि यात्रा कन्याकुमारी से शुरू करने की क्या जरूरत थी। मैं उन्हें ये बताना चाहता हूं कि मैं भारत जोड़ो यात्रा के जरिए आपके नफरत के बाजार में प्यार की दुकान खोल रहा हूं। लोग जब देश में नफरत फैलाते हैं तो हमारी विचारधारा उस समय प्यार और स्नेह बांटते हैं।