नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के बलजीत नगर से दिल को झंझोर कर देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल बलजीत नगर से दो गुटों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है. नीतीश नाम के शख्स को कुछ युवकों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी. हत्या की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी फरार हैं. आरोपियों में उफीजा, अदनान और अब्बास शामिश हैं. तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं.
हालांकि पुलिस ने मामले का संज्ञान लेने के बाद कहा है कि आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. इस हत्याकांड के बाद परिवार समेत इलाके के लोगों में गुस्सा अपने चरम पर है. नीतीश के परिजन शव को बीच सड़क पर रखकर सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं. परिवार का कहना है कि उनका बेटा RSS और बजरंग दल से जुड़ा था और हिंदुत्व के मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखता था.
मुस्लिमों ने नीतीश को पीट-पीटकर मार डाला
गुस्से में आकर उसकी हत्या कर दी गई, वहीं पुलिस ने मामले में सांप्रदायिक एंगल से इंकार किया है. वह मामले के संदर्भ में उच्चाधिकारियों की ओर से कुछ भी कहने से हिचकिचा रहे हैं. जबकि परिजन आरोपित के खिलाफ मौत की सजा की मांग कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि नीतीश और आलोक भिड़ंत में बुरी तरह से घायल हो गए थे. जिसके बाद दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया.
CCTV फुटेज भी सामने आया पूरा सच
अस्पताल में नीतीश ने इलाज के दौरान ही दम तोड़ दिया, जिसके बाद आक्रोशित परिजन अब आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इस लड़ाई में नीतीश, मोंटी और आलोक शामिल थे, जिसमें नीतीश की जान चली गई है. हालांकि मामले से जुड़ा CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें पूरे मामले को दृश्य रूप में देखा जा सकता है कि कैसे आरोपी इस दिल दहला देने वाले मामले को अंजाम देते नजर आ रहे हैं.
तीनों आरोपियों की पहचान हो गई- DCP
इस बीच DCP श्वेता चौहान ने बडी जानकारी देते हुए बताया है कि, 12 अक्टूबर को शादीपुर इलाके में नितेश, आलोक और मोंटी के तीन लोगों ने बाइक पर सवार एक व्यक्ति को रोका और उसकी पिटाई शुरू कर दी. उन्होंने आगे बताया कि, नितेश को गंभीर चोटें आईं और बीती रात उसकी मौत हो गई. हत्या का मामला दर्ज. तीनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है. वे दूसरे समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं. मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. लड़ाई किसी सांप्रदायिक कारण से नहीं थी.
इसे भी पढ़ें – UP Politics: BJP का मिशन ‘पसमांदा’ शुरू, आंकड़ो से जानिए ये मिशन क्यों है जरुरी