नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी में यमुना का बढ़ता जलस्तर लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है. निचले इलाकों में जलजमाव से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
यहां के हालात ऐसे हैं कि दिल्ली के निचले इलाकों में जलजमाव के कारण लोग सड़क किनारे रहने को मजबूर हैं. अक्षरधाम मंदिर क्षेत्र के आसपास लोगों ने अपना डेरा जमा लिया है. इससे प्रभावित एक निवासी ने बताया कि हम जहां रहते थे वहां पानी चार फीट की ऊंचाई तक पहुंच गया.
निवासी ने आगे कहा कि, हमें किसी ने नहीं बताया कि जलस्तर बढ़ रहा है. मैं एक नर्सरी में काम करता हूं, जहां भारी नुकसान हुआ है. ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद करीब चार बजे नदी खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गई.
जिसके बाद अधिकारियों को निचले इलाकों से करीब 7,000 लोगों को निकालना पड़ा. जब यमुना चेतावनी के स्तर को पार करती है, तो बाढ़ की चेतावनी घोषित की जाती है, और बाढ़ के मैदानों और बाढ़ प्रवण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को निकाला जाता है.
अरविंद केजरीवाल ने लोगों से की अपील
राजधानी के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ गया है, सभी से मेरी अपील कि नदी के किनारों की तरफ जाने से बचें. हमने यमुना के पास रहने वाले लोगों के लिए पर्याप्त इंतजाम किए हैं. सरकार और प्रशासन का सहयोग करें.
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