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Draupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संथाली नाम 'पुती', क्यों बदला

Draupadi Murmu: कैसे तय हुआ क्लास मॉनिटर से महामहिम तक का सफर,क्यों बदलना पड़ा अपना नाम…जानिए संघर्ष की अनोखी कहानी

President Draupadi Murmu: देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी का नाम उनके स्कूल शिक्षक द्वारा महाकाव्य ‘महाभारत’ के एक चरित्र के नाम पर रखा था. कुछ समय पहले एक ऑडियो वीडियो इंटरव्यू में मुर्मू ने बताया था कि उनकी संथाली का नाम ‘पुती’ था, जिसे स्कूल टीचर ने बदलकर द्रौपदी कर दिया था.

मुर्मू ने बताया कि द्रौपदी मेरा असली नाम नहीं थी. मुझे यह नाम दूसरे जिले के एक शिक्षक ने दिया था, जो मेरे पैतृक जिले मयूरभंज के नहीं थे. मुर्मू ने कहा कि आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले के शिक्षक 1960 के दशक में बालासोर या कटक आते थे. उन्होंने कहा, शिक्षक को मेरा पुराना नाम पसंद नहीं आया और इसलिए बेहतरी के लिए उन्होंने इसे बदल दिया.

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स्कूल-कॉलेज में द्रौपदी का उपनाम टुडू था

मुर्मू ने कहा कि संथाली संस्कृति में नाम पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ते रहते हैं, अगर कोई लड़की पैदा होती है, तो उसे उसकी दादी का नाम दिया जाता है, वहीं लड़का पैदा होता है, तो उसका नाम उसके दादा के नाम पर रखा जाता है. स्कूल और कॉलेज में द्रौपदी का उपनाम टुडू था. उन्होंने बैंक अधिकारी श्याम चरण टुडू से शादी करने के बाद मुर्मू उपनाम अपनाया था.

साल 2020 में मुर्मू के बेटे लक्ष्मण की मृत्यु हुई

द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को संसद के सेंट्रल हॉल में देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली. भारत के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन्ना ने उन्हें पद की शपथ दिलाई. जब मुर्मू ने 18 फरवरी 2020 को ‘ब्रह्माकुमारी गॉडलीवुड स्टूडियोज’ को दिए एक अन्य साक्षात्कार में अपने 25 वर्षीय बड़े बेटे लक्ष्मण की मृत्यु के बाद के अपने अनुभव को साझा किया.

परिवार के तीन सदस्यों का निधन हुआ

इस दौरान उन्होंने कहा, मेरे बेटे की मृत्यु के बाद, मैं पूरी तरह से टूट गया था. मैं दो महीने से तनाव में थीं, मैंने लोगों से मिलना बंद कर दिया और घर पर ही रहती थी. बाद में मैं ईश्वरी प्रजापति ब्रह्माकुमारी का हिस्सा बन गई और योग और ध्यान का अभ्यास किया. बता दें कि राष्ट्रपति मुर्मू के छोटे बेटे सिपुन की भी 2013 में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी और बाद में उनके भाई और मां की भी मौत हो गई थी. मुर्मू के पति श्याम चरण का निधन 2014 में हो गया था.

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