Farmer Protest: MSP की मांग को लेकर फिर किसानों ने ताल ठोक दी है। आज दिल्ली में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर धरने का ऐलान किया है। सुबह 10 बजे से राजधानी के जंतर-मंतर पर किसानों का प्रदर्शन होने वाला है जिसके पंजाब समेत कई इलाकों से किसानों के आने का सिलसिला जारी है।ट्रैन, बस, और निजी वाहनों से लोग राजधानी कूच कर रहे हैं। किसानों के प्रदर्शन के देखते हुए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर गाजीपुर सीमा के पास पुलिस की तरफ से सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यहां पर हर आने वाली गाड़ियों की कड़ाई से चेकिंग की जा रही है. पुलिस का कहना है कि जो लोग किसान दिल्ली आ चुके हैं, वो जंतर मंतर पर जा सकते हैं. साथ ही यह भी कहा है कि तादाद से ज्यादा लोग वहां नहीं जुटेंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले कई किसान संगठन सरकार की वादाखिलाफी को लेकर आज 11 बजे से चार बजे तक जंतर मंतर धरना देने के लिए जुट रहे हैं. वहीं, आज सुबह साढ़े दस बजे केंद्रीय कृषि मंत्रालय की तरफ से गठित एमएसपी समिति की पहली बैठक भी होनी है.
धारा 144 लागू
दिल्ली पुलिस ने इलाके में 144 धारा लगाकर जंतर मंतर पर प्रोटेस्ट की इजाजत नहीं दी है। टिकरी समेत सभी बॉर्डर पर पुलिस अलर्ट पर है लेकिन बहादुरगढ़ में टिकरी बॉर्डर पर किसानों को रोकने के बाद हंगामा हो गया। किसानों की बस को दिल्ली पुलिस ने रोका तो किसान गुस्सा गए जिसके बाद करीब 15 मिनट तक रोड ब्लॉक रहा। किसी भी तरह के हंगामे को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर संसद मार्ग, अशोका रोड, जनपथ समेत कई रास्तों के इस्तेमाल से बचने को कहा है।
इन मुद्दों को लेकर किसानों ने बुलाई है महापंचायत
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड के पीड़ित किसान परिवारों को न्याय दिलाना, जेलों में बंद किसानों की रिहाई कराना, कांड को लेकर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी की मांग महापंचायत के मुद्दों में शामिल हैं. हालांकि, तिकुनिया कांड का मुख्य आरोपी टेनी का बेटा आशीष मिश्रा अभी जेल में बंद है.
इसके अलावा, किसानों की मांग है कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के आधार पर एमएसपी गारंटी कानून बनाया जाए, भारत के सभी किसानों की कर्जमाफी, 2022 बिजली बिल रद्द करना, गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने और बकाया राशि का तुरंत भुगतान करने, आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज हुए मुकदमों की वापसी, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को मुआवजा भुगतान और अग्निपथ योजना आदि मुद्दों को लेकर किसान जुट रहे हैं.