Flour Export Ban: भारत सरकार ने आज गेहूं और आटा-मैदा के एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया है. दरअसल इसके निर्देश डीजीएफटी ने जारी किए है और निर्यात पर प्रतिबंध 12 जुलाई से लागू होगा.
गेहूं के निर्यात पर रोक लगाने के बाद भारत सरकार ने अब आटा और उसके अन्य उत्पादों के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. इन उत्पादों में मैदा, रवा, सूजी भी शामिल किए गए हैं.
क्या कहा DGFT ?
डीजीएफटी के दिए निर्देश में कहा गया है कि- ‘किसी भी शिपमेंट को बाहर भेजने से पहले निर्यातकों को इंटरमिनिस्ट्रियल कमेटी से अनुमति लेनी पड़ेगी’.
डीजीएफटी ने बताया कि वैश्विक स्तर पर गेहूं की सप्लाई में बाधा की वजह से कई नए एक्सपोर्टर भावों में उतार-चढ़ाव की स्थिति पैदा कर रहे हैं. साथ ही यह भा कहा जा रहा है कि गुणवत्तायु्क्त सामग्री नहीं भेजी जा रही है. नोटिफिकेशन में कहा गया है कि इसका उद्देश्य भारत से निर्यात की गुणवत्ता को बनाए रखना है.
लेना पड़ेगा कमेटी से अनुमति
बता दें की गेहूं के आंटे के निर्यात को अभी फ्री रखा गया है. लेकिन शिपमेंट भेजने से पहले कमेटी से अनुमति लेना आवश्यक है. इस संशोधित पॉलिसी के अमल में लाए जाने से पहले जो शिपमेंट लोड किए जा रहे थे और कस्टम्मस में रजिस्टर किए जा चुके थे, उन पर ये नियम लागू नहीं होंगे.
बता दें, मई 2022 में केंद्र सरकार ने एक्सपोर्ट पॉलिसी में संशोधन करते हुए गेहूं के निर्यात को प्रतिबंधित श्रेणी में कर दिया था.
सरकार ने कहा था कि यह देश में खाद्य सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाया गया था. साथ ही अपने पड़ोसी देशों के हितों को भी ध्यान में रखकर ऐसा किया गया.