छात्र संगठनों को बड़ा झटका लगा है। दरअसल महाविद्यालय गाजीपुर में छात्र संघ के चुनाव नहीं होंगे। स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर के प्रधानाचार्य डॉक्टर राघवेंद्र पांडेय ने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के निर्णय के अनुसार छात्र संघ के चुनाव कराया जाना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर द्वारा नई शिक्षा नीति लागू किये जाने के क्रम में समस्त पाठ्यक्रमों में सेमेस्टर सिस्टम लागू कर दिया गया है। जिसके तहत वर्ष में दो बार प्रवेश प्रक्रिया, परिचय पत्र वितरण, कक्षा संचालन, मिड टर्म परीक्षा, सेशनल कार्य, प्रैक्टिकल और मुख्य परीक्षा आयोजित किया जाना है।
कोविड-19 से प्रभावित हुआ शैक्षणिक सत्र
चूंकि कोविड-19 महामारी के प्रभाव से शैक्षणिक सत्र अपने नियत समय से पीछे चल रहा है। ऐसी परिस्थितियों में शिक्षण सत्र को समय पर करने के लिए अथक प्रयास विश्वविद्यालय एवं स्नातकोत्तर महाविद्यालय की ओर से संयुक्त रूप से किया जा रहा है। ऐसे में तमाम परिस्थितियों को देखते हुए छात्र संगठनों द्वारा हाई कोर्ट में वाद दायर किया गया था।
जिसमें कुलपति महोदया ने जवाब दिया है। जिसके क्रम में माननीय उच्च न्यायालय ने दो सत्र के लिए फिलहाल चुनाव स्थगित कर दिया है। इसी के मद्देनजर स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य ने हाई कोर्ट के आदेश की कॉपी डीएम और एसपी को देकर, कॉलेज में छात्र संघ चुनाव नहीं कराने की बात कही है।
हो रहा अधिकारों का हनन- छात्र
हालांकि कॉलेज के छात्र नेताओं का कहना है कि इस आदेश से उनके अधिकारों का हनन हो रहा है। इसपर प्रदेश भर के छात्र संगठन विचार विमर्श करके कोर्ट में जाएंगे।
प्रेस वार्ता में प्राचार्य प्रोफेसर डॉ.पाण्डेय के साथ मुख्य नियंता डॉ.डी.के. सिंह, डॉ. अनुराग सिंह, प्रोफेसर डॉ. एस.एन. सिंह आदि मौजूद रहे।