शराब नीति मामले में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किए जाने के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में आक्रोश देखने को मिल रहा है। धर्मनगरी हरिद्वार में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यालय के बाहर जाकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके चलते पुलिस प्रशासन मुस्तैद नजर आया। पुलिस प्रशासन ने बीजेपी कार्यालय के बाहर बैरीगेट लगा दिए। इसके अलावा भारी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर तैनात है। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।
AAP कार्यकर्ताओं ने दी चेतावनी
वहीं आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शर्मा का कहना है कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने झूठा मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार किया है। सीबीआई का आरोप है कि मनीष सिसोदिया द्वारा जांच में सहयोग नहीं किया गया। यह लोकतंत्र की हत्या है। इसका जवाब बीजेपी को 2024 में जनता देने वाली है। हम शांतिपूर्वक भाजपा कार्यालय में अपनी बात रखने आए थे।
क्योंकि प्रदेश और देश में भाजपा की सरकार है। मगर भाजपा द्वारा भारी संख्या में पुलिस बल अपने कार्यालय पर तैनात किया गया है। यह सरकार की बौखलाहट है और इशारा है आम आदमी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया जाए।
लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। जब तक हमारे उपमुख्यमंत्री को रिहा नहीं किया जाता हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
बीजेपी AAP पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ना चाहती है
वहीं आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष संजय सैनी का कहना है कि शराब नीति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का एफआईआर में नाम नहीं था। उसके पश्चात भी मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया। सीबीआई ने दलील दी कि मनीष सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
भाजपा ने कांग्रेस के कई घोटालों पर जांच की मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। आम आदमी पार्टी जिस तरह से देश में लगातार बढ़ रही है, इसको देखते हुए भाजपा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के मनोबल को तोड़ना चाहती है। मगर भाजपा इस कार्य में सफल नहीं होगी।