उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को एक नई राह देने के लिए वर्ष 2012 में 108 एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की गई थी, एंबुलेंस सेवा के लिए एंबुलेंस ड्राइवर और ईएमटी (इमर्जेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) के पदों पर कारदाई संस्था GVK कंपनी के द्वारा स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराया जाता है। जिसको लेकर समय-समय पर एंबुलेंस को चलाने वाले पायलट और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन की भर्ती भी कराई जाती है।

इसी चयन प्रक्रिया के तहत गाजीपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां 11 जनपदों में एंबुलेंस पायलट और ईएमटी के पदों पर भर्ती की जा रही थी, इसी क्रम में गुरुवार को गाजीपुर के पुलिस लाइन ग्राउंड पर भी डिनमेन 10 से 4 बजे तक भर्ती प्रक्रिया चल रही थी। जीवीके कंपनी के अधिकारियों द्वारा 2 पदों ड्राइवर और ईएमटी के लिए सुबह से ही अभ्यर्थियों की काफी भीड़ लगी रही। इस दौरान युवाओं द्वारा इन पदों के लिए अपनी किस्मत भी जोरों शोरों से आजमाई जा रही थी।

वही, गुरुवार को इस भर्ती कार्यक्रम का एक वीडियो गाजीपुर में बहुत ही तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें कंपनी के ऑपरेशन हेड मिथिलेश के द्वारा अभ्यर्थियों से बातचीत किया जा रहा है और इस दौरान वीडियो जब अभ्यर्थियों के द्वारा बनाया जा रहा था तो, ऑपरेशन हेड की नजर कैमरे पर पड़ी और अपनी बात को रिकॉर्ड होते देखा तो उसका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया और फिर उसने वीडियो बना रहे अभ्यर्थियों से हाथापाई कर कैमरा को बंद करने की बात कहने लगा जो पूरा वारदात कैमरे में रिकॉर्ड हो गया है।

सूत्रों की बात मानें तो अभ्यर्थियों को पहले इंटरमीडिएट क्वालिफिकेशन मांगा गया था और बाद में स्नातक की बात कहे जाने लगा जिसको लेकर अभ्यर्थियों ने बातचीत का पूरा ब्यौरा रिकॉर्ड करने लगे थे। इसी को लेकर ऑपरेशन हेड ने वीडियो बनाने वालों से हाथापाई किया है।