नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को हफ्ताभर हो गया है. इसकी वजह से दुनियाभर के शेयर बाजारों में काफी उतार-चढ़ाव बना हुआ है. इस बीच LIC IPO लेकर एक मंत्री समूह की अहम बैठक 4 मार्च को होने जा रही है. ऐसे में अब LIC IPO को लेकर कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं।
सीतारमण, गडकरी, गोयल की बैठक
सूत्रों के मुताबिक LIC IPO की टाइमलाइन को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman), केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) और केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) 4 या 5 को बैठक कर सकते हैं. उम्मीद की जा रही है कि सरकार अब इस आईपीओ को अगले वित्त वर्ष में लाने का फैसला कर सकती है, क्योंकि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध (Russia-Ukraine War Updates) से शेयर बाजारों में मची उथल-पुथल को लेकर मर्चेंट बैंकरों से सचेत किया है।
मार्च में नहीं आएगा LIC IPO?
हालांकि सरकार की ओर से अभी इस बात के कोई संकेत नहीं मिले हैं. सरकार LIC IPO के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा कर चुकी है. वहीं सरकार इसके लिए लगातार रोड-शो कर रही है. LIC IPO देश में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ (India’s Biggest IPO) होगा. दुनियाभर की नजर इस सरकारी बीमा कंपनी के आईपीओ पर बनी हुई है।LIC IPO सरकार के विनिवेश लक्ष्य का हिस्सा है. पहले ये आईपीओ 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का होने वाला था. लेकिन हाल ही में इसकी समीक्षा कर सरकार ने इसका साइज घटा दिया है।
हालांकि LIC IPO में देरी हो सकती है, इस बात के संकेत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) के हाल में हिंदू बिजनेस लाइन को दिए एक इंटरव्यू से मिलते हैं. उन्होंने कहा था कि वैश्विक स्तर पर उभरते हालातों को देखते हुए सरकार LIC IPO की टाइमिंग को लेकर समीक्षा कर सकती है।
LIC IPO के लिए सही समय नहीं
वहीं LIC IPO टालने को लेकर जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेस के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी. के. विजयकुमार का कहना है कि मौजूदा कमजोर वैश्विक हालातों में LIC IPO जैसा मेगा आईपीओ (India’s Mega LIC IPO) लाने का ये सही वक्त नहीं है. इसके विफल होने से अच्छा है इसमें देरी हो, सरकार इसे अगले वित्त वर्ष के लिए टाल सकती है।