झांसी जनपद में इन दिनों पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। जब एक पीड़ित द्वारा थाने में तैनात सिपाहियों के ऊपर ब्लैकमेल करने के साथ बेबजह परेशान करने और फर्जी मुकदमे में फसाने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया। पीड़ित ने इसकी शिकायत तहसील दिवस में करते हुए कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
बिना वर्दी के घर आए सिपाही और कहा…
बताया गया है कि मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला अल्याई निवासी संतोष आर्य ने मऊरानीपुर में आयोजित तहसील समाधान दिवस में पुलिस क्षेत्राधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें बताया गया है कि मऊरानीपुर कोतवाली में तैनात सिपाही ललित एवं दीपांशु जो खुद को थाने का कारखास बताते हैं। वह विगत रात्रि जब घर में सब लोग पूजा कर रहे थे। तभी दोनों बिना वर्दी के घर आए और बोले तुम्हारा लड़का कहां है। उससे कुछ पूछताछ करनी है। जब कारण पूछा गया तो गाली गलौज करते हुए मुकदमे में फसाने की धमकी दी।
पीड़ित ने पत्र लिखकर की कार्रवाई की मांग
इससे पूर्व भी उक्त लोगों द्वारा पीड़ित के बेटे को थाने में पूछताछ के लिए लाया गया था और पैसे की मांग की गई थी। तथा जब शिकायत उच्च अधिकारियों से की गई। तो फिर लड़के को छोड़ा गया था। पीड़ित ने बताया है की उसका लड़का मेहनत मजदूरी करता है तथा उसके खिलाफ अभी तक कोई भी अपराधिक मामला दर्ज भी नहीं है। नहीं उसके खिलाफ पुलिस द्वारा 151 तक की कार्यवाही हुई है। फिर भी उक्त सिपाही जो खुद को थाने का कारखास बताते हे। वह बेवजह परेशान कर रहे है। फिलहाल पीड़ित ने पुलिस क्षेत्राधिकारी को पत्र देकर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।