नगर निकाय चुनाव का बिगुल बजतें ही कहीं दल बदल शुरु हुआ है तो कहीं पर टिकट बंटवारे को लेकर नाराजगी देखने को मिल रही हैं। ऐसा ही मामला सामने आया है कानपुर देहात से जहां टिकट बंटवारे को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर गम्भीर आरोप लग रहे है। भाजपा पर आरोप लगा है कि कम उम्र की महिला को भाजपा ने टिकट देकर अपना प्रत्याशी बनाया है और सत्ता की हनक दिखाते हुए जिला प्रशासन पर दबाव बनाकर उसका नामांकन भी करा दिया गया। निर्दलीय प्रत्याशी ने वकील के माध्यम से जिला प्रशासन से शिकायत करते हुए आपत्ति दर्ज कराई है।
निर्दलीय प्रत्याशी के पति ओमप्रकाश ने भाजपा पर लगाया आरोप
दरअसल, कानपुर देहात की रनिया नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के लिये अनुसूचित जाति महिला की सीट है। भारतीय जनता पार्टी ने रनिया नगर पंचायत से अध्यक्ष पद के लिये साधना दिवाकर को अपना प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं रनिया नगर पंचायत से अध्यक्ष का चुनाव लड़ रही निर्दलीय प्रत्याशी शैलेन्द्र कुमारी के पति ओमप्रकाश ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि साधना दिवाकर की उम्र कम है जिसके चलते वो अध्यक्ष का चुनाव नही लड़ सकती है। जबकि अध्यक्ष पद के लिये कम से कम 30 वर्ष की उम्र होनी चाहिये ।
भाजपा प्रत्याशी साधना दिवाकर ने तथ्य छिपाकर अपना नामांकन कराया है वही भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता की हनक दिखाते हुए जिला प्रशासन पर दबाव बनाकर नामांकन कराने में साधना दिवाकर का पूरा सहयोग किया है। वही रनिया नगर पंचायत सीट से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रही निर्दलीय प्रत्याशी शैलेन्द्र कुमारी के पति ओमप्रकाश ने अपने वकील के माध्यम से शिकायत दर्ज कराते हुए आपत्ति दर्ज कराई है। वही निर्दलीय प्रत्याशी के पति ओमप्रकाश ने बताया कि साधना दिवाकर ने तथ्य छिपाकर भाजपा के टिकट से नामांकन कराया है भाजपा पार्टी के इशारे पर जिला प्रशासन साधना दिवाकर का सहयोग कर रही है। जबकि साधना दिवाकर की उम्र 30 वर्ष से कम है इसकी जांच कराई जानी चाहिये । और इनका पर्चा निरस्त होना चाहिये।
जिला प्रशासन से शिकायत करते हुए जताई आपत्ति
इस बाब्त एडवोकेट गिरजेश त्रिपाठी ने बताया कि रनिया नगर पंचायत से भाजपा से अध्यक्ष पद के लिये चुनाव लड़ रही साधना दिवाकर की उम्र 30 वर्ष से कम है जोकिअध्यक्ष का चुनाव नही लड़ सकती है । फिर भी भाजपा द्वारा साधना दिवाकर का नामांकन करा दिया गया है। जिसको लेकर जिला प्रशासन से शिकायत करते हुए आपत्ति दर्ज कराई गई है। प्रत्याशी का पर्चा निरस्त होना चाहिये ।
जब भाजपा से प्रत्याशी साधना दिवाकर से सवाल किए की आखिर वह किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी तो भाजपा प्रत्याशी साधना दिवाकर के पास कोई जवाब नही था वह यू मौन थी कि उनको कोई जानकारी ही नही है। ऐसे में बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि जनता का प्रतिनिधित्व करने के लिए जो प्रत्याशी चुनाव मैदान में है वह कितना काबिल और योग्य है । रानिया नगर पंचायत से भाजपा प्रत्याशी को कोई जानकारी ही नही है तो वह क्षेत्र का विकास कैसे कर पाएंगी।