मुरादाबाद। जनपद की पुलिस ने शनिवार को मुठभेड़ में एक लाख रुपये के इनामी खनन माफिया जफर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार इनामी खनन माफिया द्वारा बीते दिनों पुलिस टीम के पीछा करने पर हमला करने का भी आरोप है। इस हमले में कई पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। इसके बाद उस पर इनाम की राशि पचास हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई थी और पुलिस उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी।
डीआईजी शलभ माथुर ने बताया कि शनिवार की सुबह छह बजे के करीब सूचना मिली कि खनन माफिया जफर मोटरसाइकिल से पाकबड़ा अगवानपुर बाईपास होते हुए अमरोहा जिले की ओर भाग रहा है। इस पर पुलिस ने घेराबंदी करके उसे आत्मसमपर्ण करने को कहा तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली की और उसे कैल्सा रोड के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस की गोली से वह घायल हुआ है, जबकि इसमें एक सिपाही संदीप को भी गोली लगी है। दोनों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।
डीआईजी ने बताया कि बीती 12 अक्टूबर को ठाकुरद्वारा पुलिस मामले ने फरार चल रहे डिलारी थाना क्षेत्र के कांकरखेड़ा निवासी खनन माफिया जफर की तलाश में थी। पुलिस को सूचना मिली कि वह उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर के कुंडा थानाक्षेत्र में भरतपुर में जसपुर के ज्येष्ठ उपप्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर के यहां छिपा हुआ है। इस पर ठाकुरद्वारा कोतवाल योगेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस व एसओजी टीम ने उसी रात भुल्लर के फार्म हाउस छापा मारा। सादे कपड़ों में 12-14 लोगों को देखकर क्षेत्रीय लोगों ने उनसे नाम-पता और आने का कारण पूछा। इसी बीच देखते ही देखते ठाकुरद्वारा पुलिस और एसओजी टीम की ग्रामीणों से भिड़ंत हो गई। गोलियां भी चली, जिसमें भुल्लर की पत्नी गुरजीत कौर (28) की मौत हो गई और छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस मामले में उत्तराखंड पुलिस ने कॉसमॉस हॉस्पिटल पहुंचकर घायल पुलिस वालों के बयान लिए।
इसके बाद ठाकुरद्वारा कोतवाली में कोतवाल योगेन्द्र की तहरीर पर खनन माफिया व 50 हजार के इनामी आरोपित जफर, गुरताज सिंह भुल्लर और उसके पिता एवं चाचा समेत 35 अज्ञात लोगों के खिलाफ लूट, पुलिस कर्मियों से मारपीट सहित कई मामलों में मुकदमा दर्ज कराया गया। अभी तक इस मामले में पुलिस 17 आरोपितों को जेल भेज चुकी है। इस मामले में फरार चल रहे पचास हजार के इनामी आबिद हुसैन को एसटीएफ की बरेली यूनिट ने सोमवार को दबोचा था। वहीं, एडीजी बरेली जोन राजकुमार ने फरार हुए आरोपित खनन माफिया जफर पर इनाम की राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी थी।