जैसा की हम सब जानते है कि, भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां की एक बड़ी आबादी अपनी आजीविका के लिए खेती पर निर्भर है और हम किसानों पर। आज जो हमारी थाली में अन्न पहुंचता है उसके लिए किसानों को ना जाने कितनी चुनौतियों से गुजरना पड़ता है। आर्थिक, सामाजिक, मानसिक और भौतिक चिंताओं के बीच भी किसान बिना थके-बिना रुके हमारी थालियों तक अन्न पहुंचाते हैं। वैसे तो हमें बर दिन, हर घंटे, हल पल किसानों को शुक्रगुजार होना चाहिए, क्योंकि उनके निर्मोही योगदान से हर देशवासीको अन्न की आपूर्ति होती है, लेकिन किसानों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए हर साल 23 दिसंबर को भारतीय किसान दिवस के तौर पर मनाया जाता हैं। अब इसी बीच किसानों को सम्मान देने व उनकी आय बढ़ाने के मकसद से भारत में पहली बार जिला हिसार की ग्राम पंचायत लोहारी राघो ने ऐतिहासिक मुहिम की शुरुआत की है।
किसान दिवस पर शानदार मुहिम का आगाज
बता दें कि किसान दिवस के मौके पर शुक्रवार को ऐतिहासिक गांव लोहारी राघो के खोतों से इस शानदार मुहिम का आगाज गांव के नवनिवर्चित सरपंच सोनू सरोहा व ग्राम सचिव राजपाल ने किया। इस मुहिम में गांव के सरपंच सोनू सरोहा, सभी 18 पंचों व गांव के युवाओं व किसानों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
वहीं इस मुहिम के तहत युवाओं व पंचों ने खेतों में जाकर न केवल धरतीपुत्रों संग सेल्फी ली बल्कि किसानों को परंपरागत फसलों के साथ-साथ बागवानी, औषधीय व फल-फूल सब्जी आदि की खेती करने के लिए भी जागरुक किया। ग्राम पंचायत के पंचों व युवाओं ने किसानों को परंपरागत कृषि के साथ-साथ फूल सब्जियां, आर्गेनिक , बागवानी व औषधीय फसलों व जड़ी बूटियों की खेती करने के लिए प्रेरित किया ताकि किसानों की आय को बढ़ायाजा सके तथा पआ्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भारत सरकार का सपना भी पूरा हो।
कृषि कार्य के दौरान आ रही समस्याओं के बारे में जानकारी जुटाई
इस बीच युवाओं ने किसानों संग एक अच्छा समय व्यतीत किया और उनसे कृषि कार्य के दौरान आ रही समस्याओं के बारे में जानकारी जुटाई जिसे वे कृषि अधिकारियों तक पहुंचाएंगे। देश में पहली बार आयोजित सेल्फी विद फार्मर मुहिम के तहत शाम तीन बजे तक 227 युवाओं ने किसानों संग अपनी सेल्फी लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से ग्राम पंचायत के पास भेजी। वहीं इस मौके पर गांव के युवा सरपंच सोनू सरोहा ने बताया कि सेल्फी विद फार्मर अभियान का मुख्य मकसद किसानों से खेती संबंधी चर्चा करना व उनकी परेशानियों को समस्यों समझना भी है। केवल सेल्फी लेने भर तक यह अभियान सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों के सम्मान में सेल्फी विद फार्मर अभियान इससे पहले पूरे भरतवर्ष में कहीं और नहीं चलाया गया।
आनलाइन हुई मुहिम की मोनिटरिंग
बता दें कि भारत में पहमें पहली बार आयोजित हुए इस अनोखे अभियान की मोनिटरिंग भी हुई। सेल्फी भेजने के लिए ग्राम पंचायत की तरफ से व्हाट्सअप नंबर व-ई-मेल भी जारी किए गए थे। सभी युवाओं व पंचों ने अपने -अपने खेतों में जाकर युवाओं संग सेल्फी ली व सोशल मीडिया के माध्यम से ग्राम पंचायत के पास भेजा। इसके लिए स्पेशल कंट्रोल रुम भी बनाया गया था।