CBI Questioning Lalu Yadav: लालू प्रसाद यादव पर लैंड स्कैम का मामला चल रहा है. साल 2004 से 2009 के बीच लालू यादव के रेल मंत्री के दौरान जमीन लेना या जमीन बेचने के बदले में रेलवे में नौकरी देने का आरोप है. जमीन के बदले नौकरी के मामले में सीबीआई की एक टीम आज 7 मार्च को लालू यादव के घर उनसे पूछताछ करने पहुंची है. इससे एक दिन पहले 6 मार्च को सीबीआई (CBI) ने उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पटना में पूछताछ की थी. सीबीआई ने राबड़ी से लगभग 4 घंटे तक तमाम सवाल जवाब किये थे.
राउज एवेन्यू कोर्ट ने इस मामले के सभी आरोपियों के सामने पेश होने के लिए समन भी जारी किया है. सीबीआई मामले में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. विशेष अदालत ने लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों सहित अन्य आरोपियों को 15 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए सम्मन जारी कर दिया गया है. दिल्ली में बड़ी बेटी मीसी भारती के घर पर लालू यादव से सीबीआई ने लगभग ढाई घंटे तक पूछताछ की है. आपको बता दें की सिंगापुर से किडनी ट्रांसप्लाट कराने के बाद लौटे लालू यादव तभी से अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के घर पर है.
जानिये क्या है पूरा मामला
दरअसल साल 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे. वह रेल मंत्री के कार्यकाल के दौरान अपने परिवार को तोहफे में जमीन दे कर या जमीन बेचने के बदले में रेलवे में कथित तौर पर ‘ग्रुप-डी’ की नौकरी दिए जाने से संबंधित है. एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर स्थित रेलवे के विभिन्न जोन में 2004-2009 के दौरान ग्रुप-डी के पदों पर कुछ लोगों को नियुक्त किया गया था.
जमीन के बदले नौकरी घोटाले
इन नौकरियों के बदले में उन लोगों ने या उनके परिवार के सदस्यों ने अपना जमीन लालू यादव और एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के नाम है. जिसके बाद इस कंपनी का स्वामित्व प्रसाद के परिवार वालों ने अपने कब्जे में कर लिया था. यह भी आरोप लगाया गया है कि पटना में लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने पांच बिक्री सौदों, दो उपहार सौदों के जरिए लोगों से 1,05,292 वर्ग फुट जमीन ली.
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