सदन की कार्यवाही एक बार फिर हंगामे की भेट चढ़ गई। दरअसल लोकसभा में 5वें दिन की कार्यवाही शुरू होने के 20 मिनट बाद ही खत्म हो गई। वहीं नारेबाजी के चलते अध्यक्ष ओम बिड़ला ने लोकसभा को सोमवार तक स्थगित कर दिया। बता दें कि सदन में कांग्रेसी सांसद राहुल गांधी को बोलने दो के नारे लगा रहे थे। जबकि BJP पिछले 4 दिन से राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान पर माफी की मांग कर रही है। वहीं दूसरी तरफ लोकसभा को स्थिगत करने पर कांग्रेस सांसदों सहित 16 विपक्षी दलों ने सोनिया, राहुल और खड़गे के साथ मिलकर महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने अडाणी मामले पर विरोध प्रदर्शन किया।
पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश
हंगामा यहीं नहीं रूका। इसके बाद कांग्रेस नेता केसी वेगुगोपाल ने राज्यसभा में सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश कर दिया।
इस जंग में सांसद शशि थरूर बी कूद पड़े। उन्होंने कहा कि “राहुल गांधी ने कभी भी यह मांग नहीं की कि लोकतंत्र को बचाने के लिए विदेशी ताकतें हमारे देश में आएं। ये सब बकवास है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि इसके लिए राहुल गांधी को माफी मांगने की जरूरत है। हालांकि संसद चलाना सरकार की जिम्मेदारी है।”
बता दें कि राहुल गांधी गुरुवार को पहली बार संसद पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मिलकर सदन में भाषण के लिए वक्त मांगा था। वहें भाजपा उनसे माफी की मांग पर अड़ी हुई है। इस हंगामे के बीच BJP के निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर राहुल गांधी को सदन से निष्कासित करने की मांग की है। साथ ही उनके बयान की जांच करने के लिए एक जांच समिति बनाने को कहा।
राहुल के बयानों की जांच के लिए स्पेशल कमेटी की मांग
बत दें कि सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिख राहुल गांधी के बयानों की जांच के लिए एक स्पेशल कमेटी बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने यूरोप और अमेरिका में अपनी बयानों से संसद और देश की गरिमा को धूमिल किया है। उन्हें संसद से निष्कासित करने का समय आ गया है। उनकी लोकसभा सदस्यता को समाप्त करने में मदद करनी चाहिए।
वहीं BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक वीडियो जारी कर राहुल गांधी से माफी मांगने कहा है। उन्होंने वीडियो कहा कि दुर्भाग्य की बात यह है कि कांग्रेस देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गई है। राहुल गांधी जनता के बार-बार नकारे जाने के बाद इस देश विरोधी टूलकिट का एक परमानेंट हिस्सा बन चुके हैं।