Deepak Tyagi Murder: उत्तर प्रदेश के मेरठ में सिर तन से जुदा की घटना से पूरा मेरठ दहशत में है. मेरठ में तालिबानी मानसिकता हावी होती जा रही हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले मेरठ के परीक्षित थाना क्षेत्र में बुधवार को बरामद हुए सिर कटी लाश की पहचान दीपक त्यागी के रूप में हुई थी। सिर कटी लाश मिलने की सूचना पर आनन-फानन में कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची थी, जिसके बाद शव की शिनाख्त की गई तो पता लगा कि दीपक त्यागी नाम के शख्स की लाश है, जिसकी नृशंस हत्या की गई थी. ये घटना 26 सितंबर की है लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक खाली है, कोई भी ठोस सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाए हैं.
हत्यारों की तलाश में पुलिस के छूटे पसीने

दीपक त्यागी का कटा हुआ सिर और हत्यारोपियों को ढूंढने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। वही महिला खेतों में काम करने वाली दहशत से परेशान हैं महिलाओं का कहना है कि खेत में काम करते वक्त डर लग रहा है कि कब किस की गर्दन कलम हो जाए उसी के डर से क्षेत्र में सनसनी का माहौल है आसपास के इलाके और गांव में सनसनी फैली हुई है क्योंकि दीपक त्यागी हत्याकांड में 6 दिन भी जाने तक पुलिस के हाथ खाली है और पुलिस के आला अधिकारी एसी कमरों में बैठकर आराम फरमा रहे हैं। बता दें की गांव और तालाब के साथ खेत तक खंगाल लिए गए, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है। पांच दिन से एसओजी, क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और पुलिस की टी में छानबीन में जुटी हैं।वहीं शुक्रवार को भी चार जेसीबी मंगाकर सर्च अभियान चलाया गया । इसके बावजूद नतीजा, शून्य रहा। पुलिस अब तक 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर चुकी है। वहीं आज फिर सर की तलाश करने में जुटी मेरठ पुलिस पीएसी की एक प्लाटून साथ ही क्यूआरटी(QRT) टीम लगाकर सर की तलाश कर रही है। दूसरी ओर अब लगातार खाकी पर सवाल उठने लगे हैं. बात करें आला अधिकारीयों की तो एसी कमरों में बैठकर ही परिवार के लोगों को संवेदनाएं दे रहे हैं।
हत्यारों का दिमाग शातिर, नही छोड़ा कोई सबूत

अब त्यागी समाज में दीपक त्यागी की हत्या को लेकर लगातार आक्रोश देखने को मिल रहा है, आसपास और गांव के लोग पुलिस को निशाना बनाए हुए है। उनका कहना है की पुलिस की तरफ से कोई संतुष्टि जनक जवाब परिवार को नहीं मिल रहा है। हिंदू राष्ट्र नवनिर्माण सेना के लोगों ने कहा कि हत्या के पीछे छुपा कोई बड़ा राज है। हत्यारों का दिमाग इतना शातिर है कि हत्या करने के बाद कोई भी निशान तक नहीं छोड़ा है.
दीपक त्यागी के करीबी शुभम को पुलिस ने उठाया

आपको बता दें कि लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में भी पहले एक ऐसी घटना को अंजाम दिया गया था जिसमें पुलिस ने परिवार के ही कातिल को गिरफ्तार किया था और पता चला था कि बेटी की हत्या मां और बाप ने की थी प्रेम प्रसंग के चलते. वहीं आज छठे दिन भी पुलिस खाली हाथ आसपास के सभी खेतों में सर की तलाशी की जा रही है। पुलिस का कहना है खजूरी गांव राजनीतिक गलियारा बन चुका है क्योंकि पुलिस खाली हाथ हर शाम वापस जाती है हत्यारों का कोई पता नहीं लगा पाती है और सबसे बड़ी बात हत्या में उपयोग किए गए धारदार हथियार को भी पुलिस नहीं पकड़ पाती है हत्यारी इतने शातिर हैं कि पुलिस को चकमा देने के लिए कोई भी ऐसी हत्या का सबूत नहीं छोड़ा है जिससे कोई सुराग मिल सकें। वहीं दुसरी ओर दीपक त्यागी के करीबी शुभम से पुलिस लगातार पूछताछ करने पर लगी हुई है।
छठे दिन भी पुलिस का हाथ खाली
दीपक त्यागी हत्याकांड में एसपी ग्रामीण केशव कुमार ने कहा कि मामले की जांच चल रही है रेस्क्यू टीम काम कर रही है जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा लेकिन सबसे बड़ी बात यह है छठा दिन बीत चुका है अभी तक पुलिस खाली हाथ किसी भी हत्यारे को क्यो पकड़ नहीं पाई है जबकी पुलिस ने सवा सौ से ज्यादा लोगों को पूछताछ करने के लिए हिरासत में लिया था। मेरठ पुलिस सवालों के घेरे में आ चुंकी है. खेतों में काम करने वाली महिलाओं का कहना है की खाकी की सुरक्षा लोगों को नहीं मिल पा रही है।
वही अधिकारी कह रहे हैं कि किसी भी तरह की क्षेत्र में कोई अशांति का माहौल नहीं है लेकिन त्यागी समाज के लोग आक्रोश में है. दीपक त्यागी के घर भारतीय किसान यूनियन के उपाध्यक्ष मांगेराम त्यागी भी पहुंचे हैं जिन्होंने साफ तौर पर कहा है कि आज अगर मामले का खुलासा पुलिस नहीं करती है तो कल से थाने पर घेराव करने के लिए त्यागी समाज तैयार है।
पुलिस पर भरोसा नहीं- मृतक के पिता
दीपक त्यागी के पिता का कहना है कि पुलिस से अब भरोसा उठ गया है, 6 दिन बीत चुकें है लेकिन पुलिस ने अभी तक मेरे बेटे के कातिलो को सलाखों के पीछे नहीं डाला हैं और न ही मेरे बेटे का सर पुलिस अब तक ढूंढ खोज पाई हैं। पुलिस हमारे उन लोगों को पकड़ रही है जो हमारे खेतों में काम करते हैं, पशुओं का चारा लेकर पहुंचते हैं और खेतों में पानी लगाते हैं. उन्ही पर पुलिस शक जाहिर कर रही है लेकिन जिन लोगों पर हमको शक है पुलिस उन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। खजूरी के साथ-साथ आसपास के ब्राह्मण इलाके में सनसनी के माहौल से लोग डरे हुए हैं. घर से बाहर निकलने में लोगों को डर लग रहा है.
महिलाओं का साफ तौर पर कहना है कि यह घटना किसी और के साथ भी घट सकती है जिसको लेकर आसपास के लोग घर से बाहर निकलने में डर रहे हैं, वहीं किसानों ने कहा कि खेत पर जाने में डर लग रहा है क्योंकि अभी तक खाकी किसी भी हत्यारे को पकड़ नहीं पाई है पकड़ने में नाकाम पुलिस मामले को टहलने में जुटी हुई है।
एसडीएम अखिलेश कुमार हुए फरार
हत्याकांड के बाद किसान नेता मांगेराम त्यागी ने खजूरी पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंचे थे पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया करने की मांग की। बता दें कि हत्याकांड के बाद पुलिस मामले को तड़पाने में जुटी पुलिस पर लगातार उठ रहे सवाल वही प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम अखिलेश कुमार गांव के लोगों से मिलने के लिए पहुंचे थे गांव वालों के विरोध के बाद मौके से गाड़ी लेकर फरार हो गए एसडीएम अखिलेश कुमार।