शुक्रवार रात लखनऊ के काकोरी में स्थित बेहटा गांव में भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा को लेकर हंगामा हो गया। पुलिस के द्वारा अंबेडकर की मूर्ति हटाने पर गांव वाले हिंसा पर उतर आए। इस दौरान उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
मामूली बात से भड़की हिंसा
दरअसल यह मामला लखनऊ के काकोरी थाना के एक गांव का है, जहां भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को हटाने को लेकर दो पक्षों में विवाद छिड़ गया। इस बीच काकोरी निवासी अनिल कश्यप ने बताया कि अंबेडकर प्रतिमा हटाने को लेकर शुक्रवार सुबह मामूली विवाद हुआ। जिसने रात करीब दस बजे हिंसा का रूप ले लिया। इसी बीच कई थानों की फोर्स भी मौके पर पहुंची। कुछ ग्रामीण प्रतिमा हटाने को राजी हो गए, लेकिन कुछ लोगों ने विवाद फिर शुरू कर दिया। इसके चलते पुलिस के अंबेडकर प्रतिमा हटाते ही कुछ ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जिसमें 10 से ज्यादा ग्रामीण और पुलिसकर्मी चोटिल हुए। वहीं पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ा।
10 ग्रामीण हुए गिरफ्तार
बता दें कि पथराव में पुलिस की चार गाड़िया भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। गांव में तनाव की स्थिती को देखते हुए पारा, दुबग्गा, काकोरी और मानकनगर थाने की फोर्स मौके पर तैनात कर दी गई। पुलिस ने उपद्रवियों को पकड़ने के लिए कई जगह घेराबंदी कर दी है। इस दौरान 10 ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया है। वहीं एसडीएम सिद्धार्थ कुमार और एसीपी काकोरी दिलीप कुमार सिंह ने पुलिस फोर्स की मदद से प्रतिमा को हटाकर थाने भेज दिया है।
आंबेडकर मूर्ति हटाने को लेकर दो पक्षों में हुआ विवाद
जानकारी के लिए बता दें कि काकोरी के बेहटा गांव में 14 बीघा जमीन पर आंबेडकर की प्रतिमा रखे जाने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। दरअसल गांव के निवासी अनिल कश्यप ने शुक्रवार सुबह काकोरी थाने पर सूचना दी थी कि गुरुवार रात को कुछ लोग 14 बीघा जमीन पर बाबा भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा रख गए हैं। वहीं दूसरे पक्ष के कुलदीप, करन रैदास, बलकरन का आरोप था कि यह जमीन सरकारी है। वह गलत तरीके से जमीन पर अपना कब्जा बताता है।