यूपी के लखनऊ में योगी सरकार ने इलेक्ट्रिक बसों को शुरू करने का फैसला लिया है। जिसके चलते राजधानी लखनऊ में 35 नई इलेक्ट्रिक बसें आ गई हैं। वहीं इन बसों का संचालन जल्द शुरू करने की तैयारी चल रही है। फिलहाल ये बसें दुबग्गा डिपो में खड़ी हैं।
वहीं नगरीय परिवहन प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया है कि लखनऊ में 35 नई इलेक्ट्रिक बसें आ गई हैं। फिलहाल बसों का संचालन जल्द शुरू करने की तैयारी चल रही है। नई इलेक्ट्रिक बसें दुबग्गा बस डिपो में खड़ी हैं। इन बसों का संचालन शहर के चार रूटों पर होगा। इनमें स्कूटर इंडिया से इंजीनियरिंग कॉलेज, विराज खंड से एसजीपीजीआई, दुबग्गा से टिकैतगंज और पीजीआई से चौक तक चलाने का रूट प्रस्तावित है।
105 इलेक्ट्रिक सिटी बसों में कैमरे से निगरानी
साथ ही लखनऊ के 22 रूटों पर चलने वाली 105 इलेक्ट्रिक सिटी बसों में कैमरे से निगरानी की जा रही है। कैमरे से निगरानी के कई फायदें हैं। पहला, यात्रियों से चालक- परिचालक (ड्राइवर-कंडक्टर) खराब व्यवहार नहीं कर सकेंगे। दूसरा, बस ड्राइवर अपनी मर्जी से बसों के रूट नहीं बदल सकेंगे। तीसरा, परिचालक अपने जानने वालों को फ्री सफर नहीं करा सकेंगे। चौथा, यात्रियों का छूटा सामान कोई लेकर जाता है तो पता चल सकेगा। पाचवां, बस में महिला यात्रियों के साथ छेड़छाड़ पर लगाम लगेगी। इन सबको देखते हुए योगी सरकार ने ये कदम उठाया है।
सिटी परिवहन के प्रबंधक (परिचालन) एमबी नातू का कहना है कि लखनऊ में चलने वाली इलेक्ट्रिक बसों में कैमरे से निगरानी की जा रही है। किसी घटनाक्रम पर साबूत के तौर पर कैमरे के फुटेज अहम है। फुटेज के सहारे किसी घटना का खुलासा करना आसान होता है।
उन्होंने बताया कि बीते सोमवार को दुबग्गा में इलेक्ट्रिक बस के पीछे बाइक सवार ने टक्कर मार दिया था। यह घटना बस के पीछे लगे कैमरे में कैद हो गई। इसमें बाइक सवार की गलती से बस छतिग्रस्त हुई। ऐसे मामले में ड्राइवर की गलती नहीं मिली। वरना ड्राइवर की गलती मानते हुए वेतन से रिकवरी करना पड़ता।
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