राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। जहां अतिसंवेदनशील क्षेत्र में एक संदिग्ध कार के घुसने से सुरक्षाबल के जवानों में हड़कंप मच गया। जिसके बाद रामकोट बैरियर पर मौजूद सुरक्षाबल के जवानों ने वाहन को चारों तरफ से घेर लिया। कार के परिसर तक आने की सूचना मिलते ही पूरे परिसर में हड़कंप मच गया।
जिसके बाद सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया। मंदिर के चारों तरफ सुरक्षा में लगे जवानों को एलर्ट कर दिया गया। वहीं मामले की सूचना मिलते ही उच्च अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। कार सवार व्यक्तियों से पूछताछ के बाद उन्हें राम जन्मभूमि थाने ले जाया गया। जहां सुरक्षा से जुड़े खुफिया एजेंसियां उनसे पूछताछ कर रही है।
500 मीटर के दायरे में जाने के लिए लेनी पड़ती है परमिशन
गौरतलब है कि राम नगरी अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चल रहा है। इसलिए राम जन्मभूमि परिसर सहित आसपास का क्षेत्र बेहद संवेदनशील माना जा रहा है। जिसके चलते राम जन्मभूमि परिसर के 500 मीटर के क्षेत्रों को बैरियर और कड़े सुरक्षा मानकों के बीच रखा गया है। मंदिर परिसर तक आने के लिए सुरक्षा अधिकारियों के परमिशन की आवश्यकता होती है। लेकिन 29 नवंबर की शाम काले रंग की एक कार किसी रास्ते से रामकोट बैरियर तक आ पहुंची। जहां से महज 100 मीटर की दूरी पर ही राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश का मुख्य द्वार है।
पूछताछ में आमने आई ये बात
कार के पहुंचने की जानकारी मिलते ही राम जन्मभूमि परिसर के सभी बैरियर और परिसर के अंदर तैनात सुरक्षबल के जवानों को अलर्ट कर दिया गया। आला अधिकारियों ने कार को घेर लिया और कार सवार से पूछताछ की। वहीं पूछताछ में पता चला कि व्यक्ति का नाम अफजल हफीज है। उसके पिता का नाम अब्दुल हफीज है। वह बी 112A गौड़ होम गोविंदपुरम थाना कबीर नगर गाजियाबाद में रहता है।
जबकि वह 546 राजापुर प्रयागराज का मूल निवासी है। वहीं अफजल हफीज के साथ कार में एक और व्यक्ति सवार था। जिसका नाम राम निहोरा पाल है। जबकि उसके पिता का नाम श्री पाल है। वह नरैनी थाना किशनपुर जनपद फतेहपुर का निवासी है। फिलहाल दोनों संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा अयोध्या पुलिस के साथ राम जन्मभूमि की सुरक्षा से जुड़े सभी खुफिया एजेंसियां जांच में जुटी है।