राजधानी लखनऊ में सड़क किनारे नो पार्किंग जोन से वाहनों को उठाने वाली फर्म मेमर्स स्टिंगमा ब्राडकेयर के काम करने पर रोक लगा दी गयी.. राजधानी में आये दिन सड़को पर नो पार्किंग में खड़े वाहनों से जाम लगता है जिसको देखते हुए मेमर्स स्टिंगमा ब्राडकेयर को नो पार्किंग ज़ोन में खड़े वाहनों को उठाकर उनसे जुर्माना वसूलने के काम दिया गया था पर नगर निगम ने एकाएक आदेश निरस्त करते हुए गाड़ियों को उठाने के काम पर पाबंदी लगा दी.. हालांकि इससे पहले भी कई महीनों के लिए इस फर्म के काम करने पर रोक लगी थी पर कुछ दिनों के बाद फर्म दोबारा से काम करने लगी थी।
300 रुपये जुर्माना वसूलती थी…
आज नगर निगम ने एक आदेश जारी किया जिसमें कहा गया है कि नो-पार्किंग जोन में खड़े वाहनों को उठाये सम्बंध में लोगों की लगातार शिकायतें फर्म के खिलाफ मिल रही थी जिसके बाद नगर निगम ने मेमर्स स्टिंगमा ब्राडकेयर के काम करने पर रोक लगा दी। जब संबंधित फर्म किसी गाड़ी को नो पार्किंग से उठाती थी तो जुर्माने के रूप में चार पहिया वाहन से नौ सौ रुपये व दो पहिया वाहनों से 300 रुपये जुर्माना वसूलती थी.. अब देखना होगा यह रोक कब तक लागू रहती है लखनऊ नगर निगम वही नगर निगम है जहां कूड़ा निस्तारण का काम करने वाली इकोग्रीन कूड़ा निस्तारण का काम सही नहीं कर रही शहर के कई इलाके कूड़ा घर बन चुके है पर ताकतवर लखनऊ नगर निगम आज तक इकोग्रीन को काम से हटा नहीं पाई।