कुशीनगर जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां तमाम सामाजिक व धार्मिक अवरोधों को दरकिनार कर एक मुस्लिम परिवार ने अपने पुत्र सलमान का मुंडन संस्कार हिंदू- रीति रिवाज से संपन्न कराया, जो चर्चाओं में बना हुआ है। बता दे कि रामकोला थाना क्षेत्र के पपऊर गांव के रहने वाले मैनुद्दीन का पूरा परिवार पूरे गाजे- बाजे के साथ प्रसिद्ध धर्मसमदा देवी मंदिर पहुंच कर हिन्दू रीतिरिवाजों से मुंडन संस्कार करवाया है।
परिवार का ये है उद्देश्य
हिंदू रीति – रिवाज से एक मुस्लिम परिवार ने अपने पुत्र सलमान का मुंडन संस्कार कराया। कुशीनगर के प्रसिद्ध धर्मसमदा देवी मंदिर पर सलमान का गाजे- बाजे के साथ मुंडन कराया गया। मुस्लिम महिलाओं ने धर्मसमदा मंदिर पर देवी को प्रसाद चढ़ाया। मैनुद्दीन व उसके परिवार का मानना है कि धर्मसमदा देवी के आशीर्वाद से ही उसे पुत्र रत्न प्राप्त हुआ। तमाम सामाजिक अवरोध के बावजूद मैनुद्दीन ने आज हिंदू संस्कार पर आस्था जता। मैनुद्दीन का उद्देश्य सामाजिक समरसता व हिंदू – मुस्लिम एकता के लिए एक संदेश देना भी है। मैनुद्दीन रामकोला थाना के पपऊर गांव का रहने वाला है।
हिंदू रीति-रिवाज से कराया मुंडन
सोशल मीडिया पर बेटे की हिंदू रीति-रिवाज से मुंडन कराते हुए कि तस्वीरें चर्चा में है। तस्वीरों में नजर आ रहा मंदिर कुशीनगर के प्रसिद्ध धर्मसमदा मंदिर है।जहां हिन्दू रीति रिवाज से एक बालक का मुंडन करवाया जा रहा है। अब इसमें खास क्या है तो यह बता दे कि यह हिंदू परिवार नही बल्कि मुस्लिम परिवार है जो पूरे गाजे – बाजे के साथ अपने परिवार के साथ अपने बेटे का मुंडन करवा रहा है।
क्या बोले मैनुद्दीन ?
बालक के पिता मैनुद्दीन ने बताया कि उन्होंने धर्मसमदा मंदिर पहुंचकर कुछ साल पहले माँ दुर्गा से मन्नत मांगी थी कि उन्हें जब उनके आशीर्वाद से पुत्र की प्राप्ति होगी तो वह अपने पुत्र होने की मन्नत पूरी होने पर धर्मसमदा मंदिर पर अपने बेटे का मुंडन संस्कार करवा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
मैनुद्दीन का पूरा परिवार व गांव व घर की महिलाएं धर्मसमदा मंदिर पर पहुंचकर पहले हिन्दू रीतिरिवाजों के साथ कढ़ाई चढ़ाकर कर देवी की पूजा – अर्चना की। उसके बाद हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार पूजा संपन्न होने पर नाई को बुला कर सलमान के बाल काटकर मुंडन संस्कार को पूरा किया। मैनुद्दीन कहते है कि हिंदू- मुस्लिम एकता व सामाजिक समरसता का का संदेश देने के लिए मंदिर पर अपने पुत्र का मुंडन कराया है। मैनुद्दीन व उसके पत्नी का मानना है कि जिसके प्रति दिल में आस्था हो वही धर्म है। सभी धर्मों का आदर करना चाहिए।
तमाम धार्मिक जगहों पर मांगीं मन्नते
मैनुद्दीन कहते है की एक के बाद एक चार पुत्रियों का पिता बनने के बाद पुत्र की चाहत थी जिसको लेकर तमाम धार्मिक जगहों पर मन्नते मांगीं। लेकिन उसे पुत्र की प्राप्ति नहीं हो सकी। हर जगह से निराश होने पर एक दिन पत्नी – पत्नी दोनों रामकोला कस्बे के करीब स्थित प्रसिद्ध धर्मसमदा देवी मंदिर पर माथा टेककर पुत्र के लिए प्रार्थना की। उसी समय मैनुद्दीन और उसकी पत्नी ने देवी को वचन दिया था कि पुत्र पैदा होने के बाद उसका मुंडन देवी मंदिर पर ही होगा। मैनुद्दीन के मुताबिक, देवी ने उसकी प्रार्थना सुन ली और उसकी पत्नी एक पुत्र को जन्म दे दिया।
इसके बाद उसकी पत्नी ने दो और पुत्रों को जन्म दे दिया। सलमान के पैदा होने के बाद मैनुद्दीन तथा उसका पूरा परिवार धर्मसमदा देवी के प्रति अगाध श्रद्धा रखने लगा। मैनुद्दीन का कहना है कि देवी को दिए गये वचन को पूरा करने , हिंदू – मुस्लिम के बीच भाईचारे को बढ़ाने तथा सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिए आज धर्मसमदा मंदिर पर हिंदू धर्म के रीति – रिवाज से अपने लडके सलमान का मुंडन संस्कार कराया है। देवी को दिए गए वचन को पूरा करने के लिए आज उसने मंदिर पर अपने पुत्र सलमान का मुंडन संस्कार कराया है।
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