नेपाल की तारा एयरलाइंस के विमान के क्रैश होने की सोमवार सुबह पुष्टि हो गई है। वहां की आर्मी की सर्च एंड रेस्क्यू टीम को मुस्तांग के सैनोसवेयर इलाके की पहाड़ी पर इसका मलबा मिला है। काठमांडू पोस्ट के मुताबिक, रेस्क्यू टीम को मलबे से 14 लोगों के शव मिले हैं। विमान में 4 भारतीय और 3 क्रू मेंबर समेत 22 लोग सवार थे। तारा एयरलाइंस का यह ट्विन इंजन एयरक्राफ्ट 43 साल पुराना था। इसी बेड़े का एक एयरक्राफ्ट पिछले साल भी क्रैश हो गया था। इस एयरक्राफ्ट ने पोखरा से सुबह 9.55 पर टेक ऑफ किया। आखिरी सिग्नल 10.7 बजे रिसीव किया। इस वक्त एयरक्राफ्ट 12 हजार 825 फुट की ऊंचाई पर था।
प्लेन में महाराष्ट्र के ठाणे के एक परिवार के चार लोग भी सवार थे। नेपाल में भारतीय दूतावास ने कहा है कि ठाणे के अशोक त्रिपाठी(54), उनकी पत्नी वैभवी बांदेकर-त्रिपाठी(51), बेटा धनुष त्रिपाठी(22) और बेटी ऋतिका त्रिपाठी(18) भी यात्रा कर रही थीं। सभी नेपाल के पोखरा स्थित एक मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे थे।
एयरक्राफ्ट ने रविवार सुबह 9:55 बजे पोखरा से जोमसोम के लिए उड़ान भरी थी। इसे 10:20 बजे लैंड करना था, इससे पहले ही एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से इसका संपर्क टूट गया था। नेपाल आर्मी ने रविवार शाम कहा- स्थानीय लोगों ने बताया कि लाम्छी नदी के किनारे प्लेन क्रैश हुआ। यह मुस्तांग जिले के मानापती हिमाल क्षेत्र की नदी है। बीते दिन बेहद खराब मौसम के चलते सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन बंद करना पड़ा। इलाके में बर्फबारी और बारिश हो रही थी। इसलिए सोमवार सुबह तलाश शुरू की गई।
सिविल एविएशन अथॉरिटी ऑफ नेपाल (CAAN) के मुताबिक- प्लेन के एक कैप्टन का मोबाइल फोन चालू था। उसकी लोकेशन को जब ट्रेस किया गया तो एयरक्राफ्ट की भी लोकेशन मिल गई। हालांकि, स्पॉट पर पहुंचने की तमाम कोशिशें खराब मौसम की वजह से नाकाम हो गईं।
नेपाली सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने रविवार को बताया- एक MI-17 हेलिकॉप्टर मुस्तांग के लिए भेजा गया था। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता फदिंद्र मणि पोखरेली ने रविवार को कहा था- हमने विमान की तलाश के लिए मुस्तांग और पोखरा में दो हेलिकॉप्टर लगा दिए हैं।