हरियाणा में मेवात और सोहना समुदायों में बवाल मच गया हिंसा की आग गुरूग्राम, फरीदाबाद तक पहुंच गई है। दोनों समुदाय आपस में भिड़ गए और जमकर पथराव हुआ करीब 90 गाडियों को जला डाला गया।
इस तनाव की शुरूआत हरियाणा के नूंह से हुई जहां ब्रजमंडल यात्रा के दौरान दो गुटों में टकराव हो गया और विवाद इतना बढ़ गया कि हिंसा का रूप ले लिया और देखते ही देखते हंगामा इतना बढ़ गया कि पथराव के साथ साथ गोलीबारी भी हुई जिसमें दो होम गार्डस समेत 3 की मौत हो गई और 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
नूंह में हिंसा के बाद एक्शन में प्रशासन
हिंसा को देखते हुए हरियाणा के नूंह में धारा 144 लगा दी गई है, इंटरनेट सेवाओं पर तीन दिनों के लिए रोक लगा दी गई है। वहीं गुरूग्राम और फरीदाबाद में भी धारा 144 लगा दी गई और स्कूल द कर दिए गए हैं। हरियाणा सरकार ने नूंह जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्र से एक सप्ताह के लिए रैपिड एक्शन फोर्स मांगी है जिसे संवेदनशील इलाको में तैनात किया जाएगा।
वहीं हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने ट्विट कर राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा में जिम्मेदार लोंगो पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा। नूंह के डिप्टी कमिश्नर प्रशांत पंवार का कहना है, पुलिस मामले की जांच कर रही है तब तक हम सभी से अनुरोध करते हैं कि शांति बनाए रखें। दरअसल नूंह में हिंदू संगठनों की तरफ से तय था कि ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाएगी तय प्लान के मुताबिक मेवात में शिव मंदिर के सामने से बृजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी, तभी यात्रा पर पथराव हो गया। इस बृजमंडल यात्रा में बजरंग दल के कई कार्यकर्ता पहुंचे थे मोनू मानेसर ने पहले ही वीडियो शेयर कर यात्रा में अधिक लोगों से पहुंचने की अपील की थी इतना ही नहीं मोनू मानेसर ने कहा था कि वह खुद भी इस रैली में शामिल होगा हालांकि मोनू मानेसर इस यात्रा में नहीं आया लेकिन बिट्टू बजरंगी नाम के कथित गोरक्षक के शामिल होने पर तनाव बढ़ा। नूंह में दूसरे पक्ष के लोगों ने जमकर बवाल काटा और तभी यह पथराव हुआ।