उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में 10 वर्षीय मासूम बच्ची की निर्मम हत्या की घटना का सोमवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। पीलीभीत में 10 साल की बच्ची की हत्या उसके अपने पिता, चाचा और दादा ने मिलकर की थी। पुलिस को गुमराह करने के लिए गांव के ही रहने वाले एक युवक पर हत्या का आरोप लगा दिया और FIR करा दी। पुलिस ने जांच शुरु की तो हत्याकांड की परतें खुलीं। पुलिस ने मासूम बच्ची के पिता, दादा व चाचा समेत परिवार के 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, पीलीभीत के अमरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले माधोपुर गांव में शनिवार को गांव के ही रहने वाले अनीस की 10 वर्षीय अनम का शव गांव के ही बाहर गेहूं के खेत में पड़ा मिला था। पूरे मामले में परिजनों द्वारा गांव के ही रहने वाले एक शकील नाम के आरोपी पर हत्या का शक जाहिर करते हुए एफ आई आर दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने जब पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरु की, तो सामने आया कि परिवार के ही 5 सदस्यों ने मासूम बच्ची की हत्या कर शकील को फंसाने की साजिश रची थी। इस पूरी घटना के मास्टरमइंड बच्चे के दादा शहजादे और चाचा शादाब समेत 5 लोगों को घटना में प्रयुक्त हथियार के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
नींद की गोलियां खिलाकर बच्ची को खेत में सुलाया
सोमवार को पुलिस अधीक्षक दिनेश पी ने बताया कि बच्ची की हत्या कर शकील को फंसाने की साजिश परिवार के ही 5 लोगों ने मिलकर रची थी। साजिश के तहत बच्ची का चाचा शादाब बच्ची को अपने साथ मेला दिखाने की बात कह कर ले गया था। जहां परिवार के ही लोगों ने बच्ची को नींद की गोलियां खिलाकर खेत में सुला दिया। शनिवार सुबह 4 बजे उठकर परिवार के लोग खेत पर पहुंचे। इन लोगों ने चाकू और ईंट से वार कर मासूम बच्ची को मौत के घाट उतार दिया। परिवार के लोग बच्ची को मरा समझकर घर वापस लौट आए थे और ग्रामीणों के साथ सुबह करीब 7:30 बजे फिर से खेत में पहुंचे तो मासूम बच्ची जिंदा थी। परिवार के लोगों ने उसके मरने तक इंतजार किया और वीडियो भी बनाया।
वहीं पुलिस अधीक्षक दिनेश पी ने पूरी घटना का खुलासा करते हुए बाताया बच्ची के चाचा शादाब नसीम सलीम पिता अनीस और दादा शहजादे को पूरी घटना में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सभी को जेल भेजा जा रहा है। वारदात में प्रयुक्त हथियार भी पुलिस ने बरामद किया है.