Agneepath Yojana: केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है। इस स्कीम के तहत नौजवानों को 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी। माना जा रहा है कि सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है।
इसी के चलते केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का बिहार, राजस्थान और यूपी में विरोध शुरू हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा अग्निपथ योजना की घोषणा करने के अगले ही दिन, यानी बुधवार को जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गया।

भारतीय सेनाओं में अब चार साल की अवधि के लिए युवाओं की भर्ती की जाएगी। इसके लिए रक्षा मंत्रालय ने 14 जून को ‘अग्निपथ’ योजना लांच की है। जहां एक तरफ केंद्र सरकार इस योजना को सेना के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण बता रही है, वहीं दूसरी ओर इस योजना का विरोध भी शुरू हो गया है। आपको बता दे की एक बार चुने जाने के बाद ‘अग्निवीरों’ को 6 महीने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा और फिर साढ़े तीन साल के लिए तैनात किया जाएगा। इस अवधि के दौरान उन्हें अतिरिक्त लाभ के साथ 30,000 रुपये का प्रारंभिक वेतन मिलेगा, जो चार साल की सेवा के अंत तक 40,000 रुपये हो जाएगा। शिक्षा मंत्रालय ने इस योजना के तहत भर्ती किए गए ‘अग्निवीरों’ के लिए कोर्स शुरू करेगा। वहीं बिहार, राजस्थान और दिल्ली सहित देश के कई हिस्सो में इस योजना का छात्र भारी विरोध भी कर रहे हैं
प्रदर्शनकारियों का कहना है की, ‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को इसका ऐलान किया था कि अग्निपथ स्कीम के तहत अग्निवीरों की नियुक्ति होगी, जिन्हें 4 साल के लिए सेना में नौकरी दी जाएगी। 4 साल बाद 75 फीसदी जवानों को 11 लाख रुपए देकर घर वापस कर दिया जाएगा। सिर्फ 25 फीसदी की सेवा में कुछ विस्तार होगा। इसी नए नियम को लेकर हंगामा व प्रदर्शन किया जा रहा है’.
बिहार में प्रदर्शनकारियों ने बक्सर में रेलवे ट्रैक जाम किया तो मुजफ्फरपुर के माड़ीपुर में आगजनी की और सड़क जाम कर दी। इसके अलावा आरा में भी जमकर बवाल मचाया। पुलिस और GRP ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन वे योजना को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं।
यूपी के अंबेडकरनगर जिले में भी बड़ी संख्या में युवाओं ने योजना का विरोध किया। राजस्थान के जयपुर में भी युवा सड़क पर उतर आए और योजना को बंद करने की मांग की।
लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने भी इस योजना की आलोचना की है। पार्टी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, ‘अग्निपथ 3 घंटे की फिल्म है और नौकरी 4 साल की। जय बोलो कन्हैया लाल की।’ वहीं बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट कर अग्निपथ योजना पर सवाल उठाए।
पूर्व आर्मी चीफ और केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह ने कहा कि कोई भी नई चीज आती है तो उसके बारे में तब तक पता नहीं चलता जब तक वो जमीन पर नहीं आती। मैं इस योजना को बनाने वाली टीम में शामिल नहीं हूं, मुझे इसके बारे में ज्यादा मालूम नहीं है। योजना अभी अनाउंस हुई है, देखते हैं समय पर क्या होता है और क्या नहीं।

मुजफ्फरपुर में बुधवार को सैकड़ों लोग लाठी-डंडा लेकर सड़क पर उतर गए और हंगामा और प्रदर्शन करने लगे। सबसे पहले प्रदर्शनकारी ARO (आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस) पर पहुंचे। वहां पर विरोध जताया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने माड़ीपुर में आगजनी कर रोड जाम कर दिया। साथ ही सड़क के आसपास लगे बोर्ड और होर्डिंग में तोड़फोड़ का भी प्रयास किया।

प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए सदर और काजी मोहम्मदपुर पुलिस मौके पर पहुंची, हालांकि वे नहीं मानें। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक सेना का कोई अधिकारी उन लोगों की समस्या नहीं सुनेंगे वे सड़क से नहीं हटेंगे।