PM नरेंद्र मोदी पर हाल ही में ब्रिटिश मीडिया बीबीसी ने एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है। BBC ने ये डॉक्यूमेंट्री PM मोदी के राजनीतिक सफर पर बनाई है। जिसका नाम है India: The Modi Question, जो अब विवादों में घिर गई है। इसे लेकर कुछ लोग अब प्रोपेगेंडा भी फैलने में लगे है। लेकिन जिस देश की कंपनी ने इस फिल्म को बनाया है वहां के पीएम इससे इत्तेफाक नहीं रखते है ।
‘द मोदी क्वेश्न’ भारत सरकार ने देश के खिलाफ प्रोपोगेंडा बताया
वही आपको बता दें कि द मोदी क्वेश्न, में गुजरात दंगो को दिखाया गया है। भारत सरकार ने इस डॉक्यूमेंट्री को PM Modi और देश के खिलाफ प्रोपोगेंडा बताया है। केंद्र सरकार ने इस पर एक्शन लेते हुए इसे बुधवार को यूट्यूब से हटा दिया था। वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा हम नहीं जानते की डॉक्यूमेंट्री के पीछे क्या है, लेकिन यह निष्पक्ष नहीं है। भारत के विदेश मंत्रालय ने साफ कहा है की ये पूर्वग्रह से ग्रसित है। वहीं दो एपिसोड वाली इस डॉक्यूमेंट्री पर भारतीयों ने गहरी आपत्ति जताई है। जिस तरह से इसमें चरित्रों को दिखाया गया है खुद ब्रिटिश पीएम सुनक ने इसे मानने से इंकार कर दिया है। वो भी भरी ब्रिटिश संसद के अंदर।। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आगे कहा कि यह एक झूठे नैरेटिव को आगे बढ़ाने के लिए दुष्प्रचार का एक हिस्सा है।
ऋषि सुनक ने विवादों से झाड़ा पल्ला
दरअसल, ब्रिटिश संसद में पाकिस्तानी मूल के सांसद इमरान हुसैन ने BBC की रिपोर्ट का हवाला देते हुए पीएम मोदी पर आरोप लगाए, लेकिन ऋषि सुनक ने इमरान हुसैन को करारा जवाब दिया। सुनक ने कहा कि वो पीएम मोदी के बारे में जारी इस तरह की किसी भी रिपोर्ट से सहमत नहीं हैं। ऋषि सुनक ने कहा- ‘यूके सरकार पहले भी इस बारे में अपना पक्षा साफ कर चुकी है। इसमें कोई बदलाव नहीं है, लेकिन जिस तरह से इसमें चरित्रों को दिखा गया है। उससे मैं जरा सा भी इत्तेफाक नहीं रखता हूं’।
बता दें कि ऐसा कोई पहला मौका नहीं है, जब विदेशी मीडिया ने भारत और भारत के पीएम के खिलाफ दुष्प्रचार करने की कोशिश की गई हो। इसका फायदा भारत विरोधी ताकतें उठाने की कोशिश करती हैं। लेकिन जिस तरह से ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने पीएम मोदी पर सवाल उठाने वालों को आइना दिखाया है, उससे प्रोपगैंडा ब्रिगेड की पोल खुल गयी है।