लखनऊ, 7 जून को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कोर्ट परिसर में गैंगस्टर संजीव जीवा की पेशी के दौरान हत्या कर दी गई। संजीव जीवा मुख्तार अंसारी का करीबी था।संजीव जीवा की हत्या को अंजाम देने वाले आरोपी की पहचान विजय यादव के रूप में हुई है। विजय यादव जौनपुर का रहने वाला था। विजय यादव के पास से बरामद हुए मोबाइल से सिम गायब है।
सूत्रों के अनुसार, विजय यादव ने जीवा की हत्या करने के बाद सिम को तोड़कर फेंक दिया था। लखनऊ कोर्ट परिसर में जांच-पड़ताल के दौरान पुलिस को आरोपी के पास से कोई सिम कार्ड नहीं मिला। एसटीएफ की एक टीम इस मामले की जांच कर रही है। वहीं अगर सिम कार्ड मोबाइल से गायब है तो पुलिस को कार्रवाई करने में काफी दिक्कतें आ सकती है।
आज पुलिस कोर्ट में विजय की रिमांड को लेकर कोर्ट में आवेदन करेगी। बता दें, आरोपी शूटर विजय को हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है। आरोपी की जान को खतरा है। इसी वजह से उसकी सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।
शूटर ने 8 गोलियां दागी
गैंगस्टर संजीव जीवा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ चुकी है उनके शरीर में 16 एंट्री एग्जिट प्वाइंट थे, जिससे साफ है कि शूटर ने 8 गोलियां दागीं। जीवा सीने में 6 गोलियां लगी। वहीं 2 गोलियां बाएं हाथ में लगी।वहीं जीवा हत्याकांड के बाद कोर्ट परिसर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसी बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। एसआईटी की टीम मामले की जांच कर रही है।