बर्मिंघम में चल रहे 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में 30 जुलाई को वेटलिफ्टिंग के 55 किलोग्राम के वर्ग में भारत को सिल्वर मेडल जिताने वाले वेटलिफ्टर संकेत सरगर लगाता ट्रेंड कर रहे हैं।
सिल्वर मैडल विजेता बनते ही तमाम बड़ी-बड़ी हस्तियों ने उनहें मुबारकबाद और बधाइयां दीं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी तक ने संकेत के मेडल जीतने पर शुभकामनाएं दीं।
महाराष्ट्र के सांगली की एक छोटी सी दुकान में पान बेचने से लेकर एक कॉमनवेल्थ मेडल विजेता तक के संकेत के इस सफर ने सभी को ये बता दिया है कि मजबूत इरादों की हार नहीं होती।
संकेत सरगर का पूरा नाम भरोत्तोलक संकेत महादेव सरगर है। आज से करीब 4 साल पहले वे पान की दुकान चलाया करते थे लेकिन फिर अपने हौसलों की उड़ान पाने के लिए उन्होने एक ऐथेलीट बनने की ट्रेनिंग शुरू की।
बस फिर क्या था सुबह साढ़े पांच बजे उठकर ग्राहकों के लिये चाय बनाने के बाद ट्रेनिंग, फिर पढ़ाई और शाम को फिर दुकान से फारिग होकर व्यायामशाला जाना, करीब सात साल तक संकेत की यही दिनचर्या हुआ करती थी ।
लेकिन कई सालों की लगातार चली मेहनत ने आज उन्हें दुनिया भर में सबसे अलग खड़ा कर दिया है।
संकेत सरगर ने 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की 55 किलोग्राम भारोत्तोलन स्पर्धा में 248 किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक जीता। वह स्वर्ण पदक से महज एक किलोग्राम से चूक गए, क्योंकि क्लीन एंड जर्क वर्ग में दूसरे प्रयास के दौरान चोटिल हो गए थे।