एक दिन में गौतम अडानी का साम्राज्य हिल गया है। दरअसल अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग ने पिछले हफ्ते अपनी रिपोर्ट पेश की थी, जिसके सामने आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है। बता दें कि हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर मार्केट में हेरफेर और अकाउंट में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। वहीं अब गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर पलटवार करते हुए आरोपों को निराधार और भ्रामक बताया। साथ ही अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिसर्च पर उचित शोध करने की बजाए कॉपी-पेस्ट करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि हिंडनबर्ग ने या तो उचित शोध नहीं किया या फिर उचित रिसर्च के बाद भी जनता को गुमराह किया।
एक्शन में SEBI
हालांकि वहीं इन सब के बीच बाजार नियामक SEBI पिछले एक साल में अडानी ग्रुप द्वारा किए गए सौदों की जांच करेगी। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सेबीस हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का अध्ययन भी करेगा। ताकि अडानी ग्रुप के विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के बारे में सेबी की प्रारंभिक जांच में इसे जोड़ा जा सके।
अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिसर्च के 88 सवालों के दिए जवाब
वहीं अडानी समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगशिंदर सिंह ने बिजनेस टुडे टेलीविजन से खास बातचीत के दौरान कहा कि हिंडनबर्ग से पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप से पूछे गए सवालों को गलत तरीके से क्यों प्रस्तुत किया।
बता दें कि शनिवार को निवेशकों को 413 पन्नों की रिपोर्ट जारी करने के बाद इंटरव्यू में अडानी समूह ने हिंडनबर्ग रिसर्च के सभी 88 सवालों के जवाब दिए। सिंह ने आगे कहा कि ‘सभी 88 सवालों का जवाब दिया गया है। उन्होंने हमारे खुलासों का ही इस्तेमाल किया और कोई रिसर्च नहीं किया। 88 में से 68 प्रश्न फर्जी और भ्रामक हैं। उन्होंने रिसर्च करने की बजाए कट-कॉपी और पेस्ट किया है। उन्होंने रिपोर्ट एफपीओ को नुकसान पहुंचाने के लिए थी।
हमें ये झूठ स्वीकार नहीं…
बाकी के 20 सवालों के बारे में सिंह ने कहा कि ये ऐसे सवाल थे कि अडानी ग्रुप आलोचना को स्वीकार क्यों नहीं करता। तो इसपर सिंह ने कहा कि हम स्वीकार करते हैं, लेकिन झूठ को नहीं।
जुगशिंदर सिंह ने कहा कि हिंडनबर्ग की झूठ और गलत बयान पर आधारित फर्जी रिपोर्ट में भी अडानी ग्रुप के कारोबार में कुछ गलत नहीं पाया गया। ‘यहां तक कि इस रिपोर्ट में हमारे फंडामेंटल बिजनेस में कुछ भी नहीं मिला है।’
हिंडनबर्ग का दावा
पिछले हफ्ते हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें कहा गया था कि अडानी ग्रुप दशकों से मार्केट में हेरफेर और अकाउंट में धोखाधड़ी में जुटा हुआ है। फर्म ने रिपोर्ट में कहा कि उसने समूह के पूर्व और वरिष्ठ अधिकारियों सहित दर्जनों व्यक्तियों से बात की, हजारों दस्तावेजों की समीक्षा की साथ ही लगभग आधा दर्जन देशों में उद्योग साइट का दौरा भी किया है।
SEBI ने बढ़ाई अडानी समूह के सौदों की जांच इस बीच भारत के बाजार नियामक SEBI ने पिछले एक साल में अडानी समूह द्वारा किए गए सौदों की जांच बढ़ा दी है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सेबी, हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का अध्ययन भी करेगा ताकि अडानी समूह के विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के बारे में सेबी की प्रारंभिक जांच में इसे जोड़ा जा सके।
सेबी लेगी अडानी ग्रुप पर एक्शन
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